नवी मुंबई की एक महिला का 10 साल पुराना दर्द आखिरकार दूर हो गया है। उसके गर्भाशय में डॉक्टरों ने 250 से ज्यादा गांठें निकाली हैं, जिससे महिला भयानक पीरियड्स के दर्द और खून की कमी जैसी मुसीबतें झेल रही थी। सर्जरी के बाद अब महिला बिल्कुल स्वस्थ है।
कई महिलाओं के गर्भाशय में गांठे बन जाती हैं। ये कैंसर नहीं होतीं, लेकिन कई बार ये बहुत तकलीफ पहुंचाती हैं। इस केस में, महिला को इतने ज्यादा पीरियड्स होते थे कि वो ठीक से रह ही नहीं पा रही थी। उसे दिन-रात दर्द रहता था, जिस वजह से रोज़मर्रा का काम भी मुश्किल हो गया था।
महिला की ज़ुबानी
महिला ने बताया, “पिछले 8-10 सालों से मेरी ज़िंदगी बस पीरियड्स के दिन गिनने में बीत रही थी। दर्द असहनीय था और इतना खून बहता था कि मैं हमेशा थकी-थकी रहती थी। मेरी और मेरी मां की रातों की नींद हराम हो गई थी।”
डॉक्टरों ने कैसे की मदद
सर्जरी से पहले महिला को बहुत डर लग रहा था। अपोलो हॉस्पिटल की डॉ. तृप्ति दुबे, जिन्होंने सर्जरी की, ने महिला और उसके परिवार को पूरा साथ दिया। उन्होंने बताया कि, “इतनी ज्यादा गांठें होना कोई आम बात नहीं है। इस केस में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी मुमकिन नहीं थी, इसलिए ओपन सर्जरी करनी पड़ी।” सर्जरी कामयाब रही और अब महिला पूरी तरह ठीक है।
महिला के बदले हालात
सर्जरी के बाद महिला बहुत खुश है। उसने बताया, “मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मुझे नई ज़िंदगी मिल गई है। अब मैं बिना किसी दर्द के घूम-फिर सकती हूं और मेरी नींद भी अच्छी हो गई है।”
यह खबर दिखाती है कि कई छोटी-छोटी लगने वाली बीमारियां कितनी बड़ी तकलीफ बन सकती हैं। अच्छी बात यह है कि इस महिला को समय पर सही इलाज मिल गया।
गर्भाशय की गांठें किसी भी उम्र की महिलाओं को हो सकती हैं।
अगर आपको पीरियड्स से जुड़ी कोई भी तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।