Gold Jewellery Stolen from Temple: गुजरात के पंचमहल जिले में पावागढ़ पहाड़ियों पर स्थित देवी महाकाली के मंदिर में 28 अक्टूबर को मंदिर से चोरी (Temple Theft) की एक चौंकाने वाली घटना हुई। इस प्राचीन मंदिर के गर्भगृह से 78 लाख रुपये के छह सोने के हार और अन्य सोने की वस्तुएं चोरी हो गईं।
इस चोरी ने न केवल स्थानीय लोगों में बल्कि श्रद्धालुओं के बीच भी डर और बेचैनी का माहौल पैदा कर दिया। जैसे ही यह खबर फैली, पुलिस ने अपनी जांच शुरू की और मंदिर के पास लगे लगभग 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया, ताकि सुराग मिल सके।
सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध की पहचान
मंदिर से सोने के आभूषण चोरी (Gold Jewellery Stolen from Temple) के इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया। इस फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति को मोटरसाइकिल पर मंदिर के आस-पास संदिग्ध गतिविधियां करते हुए देखा गया। स्थानीय अपराध शाखा के एसपी हिमांशु सोलंकी ने बताया कि फुटेज में कैद यह संदिग्ध व्यक्ति सूरत का निवासी विदुरभाई वसावा था, जो चोरी के बाद से गायब था। पुलिस ने इस आधार पर अपनी जांच को आगे बढ़ाया और पूरी घटना का पर्दाफाश किया।
गिरफ्तारी: 200 किलोमीटर दूर से हुआ आरोपी का पकड़ना
इस अहम सुराग के आधार पर पुलिस ने आरोपी विदुरभाई वसावा को गिरफ्तार करने के लिए सूरत के उमरपाड़ा में उसके घर की ओर रुख किया। लगभग 200 किलोमीटर की दूरी तय कर पुलिस ने इस मंदिर से चोरी (Temple Theft) के आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपनी करतूत कबूल कर ली, और पुलिस को उसके पास से चोरी किए गए सोने के आभूषण भी मिल गए।
अपराध सुलझाने में तकनीक का योगदान
इस पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की जानकारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने तकनीकी निगरानी के जरिये न केवल अपराधी को पहचानने में सफलता पाई बल्कि उसे पकड़ने में भी सफलता हासिल की। सोलंकी ने बताया कि मंदिर से सोने के आभूषण चोरी (Gold Jewellery Stolen from Temple) के इस मामले की तह तक पहुंचने में हर छोटी से छोटी जानकारी का महत्व रहा।