World’s Oldest Person: दुनिया के इतिहास में एक युग का अंत हो गया है, जब विश्व के बुजुर्ग (World’s Eldest) जॉन अल्फ्रेड टिन्निसवुड ने 112 वर्ष की आयु में अपनी अंतिम सांस ली। एक ऐसा जीवन जिसने दो विश्व युद्धों को देखा और टाइटैनिक के युग से लेकर डिजिटल क्रांति तक का सफर तय किया।
दुनिया के इतिहास में एक युग का अंत हो गया है, जब विश्व के बुजुर्ग (World’s Eldest) जॉन अल्फ्रेड टिन्निसवुड ने 112 वर्ष की आयु में अपनी अंतिम सांस ली। एक ऐसा जीवन जिसने दो विश्व युद्धों को देखा और टाइटैनिक के युग से लेकर डिजिटल क्रांति तक का सफर तय किया।
एक शताब्दी से अधिक का अनूठा जीवन
टिन्निसवुड का जन्म 26 अगस्त 1912 को हुआ, जो टाइटैनिक जहाज की त्रासदी के कुछ ही महीनों बाद का समय था। विश्व के बुजुर्ग (World’s Eldest) के रूप में उनका जीवन कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा। उनकी जीवन यात्रा में उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के बाद के समय से लेकर आधुनिक टेक्नोलॉजी के युग तक का सफर देखा। लिवरपूल के पास एक केयरहोम में रहते हुए, उन्होंने अपने जीवन के अंतिम क्षण बिताए, जहां उन्होंने सोमवार को अंतिम सांस ली।
सादगी भरी जीवनशैली का अनोखा उदाहरण
दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति (World’s Most Aged Person) की जीवनशैली बेहद सरल थी। उन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया और शराब से भी दूर रहे। उनकी दिनचर्या में हर शुक्रवार को मछली और चिप्स खाना एक नियम था, लेकिन इसके अलावा कोई विशेष आहार नहीं था। एक सेवानिवृत्त अकाउंटेंट के रूप में, उन्होंने अपना जीवन अनुशासन और संयम के साथ जिया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने ‘ब्रिटिश आर्मी पे कोर’ में अपनी सेवाएं दीं, जो उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
शाही सम्मान और विश्व रिकॉर्ड
टिन्निसवुड को एक विशेष सम्मान प्राप्त हुआ जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उनके 100वें जन्मदिन से लेकर 110वें जन्मदिन तक हर साल उन्हें विशेष पत्र भेजे। अप्रैल 2023 में उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे वृद्ध व्यक्ति का खिताब दिया गया। अपनी लंबी आयु का रहस्य पूछे जाने पर उन्होंने हमेशा कहा कि यह उनका भाग्य है, और इस बारे में कोई ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता।
परिवार और विरासत
टिन्निसवुड के परिवार ने उन्हें एक बुद्धिमान, साहसी और शांत व्यक्तित्व के रूप में याद किया। उनकी पत्नी का निधन 1986 में हो गया था, लेकिन उन्होंने अपने परिवार के साथ मजबूत संबंध बनाए रखे। वह गणित में कुशल थे और एक प्रभावशाली वक्ता भी थे। उनकी मृत्यु के साथ न केवल एक व्यक्ति का बल्कि एक पूरे युग का अंत हुआ है, जिसने मानव इतिहास के कई महत्वपूर्ण पड़ावों को देखा और जिया।