Encounter in Udhampur: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के डूडू-बसंतगढ़ इलाके में 24 अप्रैल, 2025 को सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक तीव्र मुठभेड़ हुई। ये घटना पहलगाम में हुए दुखद आतंकी हमले के बाद सामने आई है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
डूडू-बसंतगढ़ में मुठभेड़: क्या हुआ?
लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि डूडू-बसंतगढ़ इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में एक जवान के शहीद होने की दुखद खबर सामने आई है। फिलहाल, मुठभेड़ से जुड़ी पूरी जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और अतिरिक्त फोर्स को मौके पर भेजा गया है। सर्च ऑपरेशन तेजी से चल रहा है, और क्षेत्र में कड़ी सतर्कता बरती जा रही है।
आतंकियों का नेटवर्क: घुसपैठ की कोशिशें तेज
मिली जानकारी के मुताबिक, माना जा रहा है कि ये आतंकी उस बड़े ग्रुप का हिस्सा हो सकते हैं, जो हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर हिरानगर सेक्टर से भारत में घुसे थे। इस ग्रुप को सबसे पहले 23 मार्च को सानियाल गांव के पास डोलका जंगल में एक सतर्क दंपति ने देखा था। इसके बाद, 27 मार्च को कठुआ जिले के जाखोले गांव के पास सूफैन जंगलों में हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे।
इसी तरह, 11-12 अप्रैल को किश्तवाड़ जिले के चत्रू इलाके में नैडगाम जंगलों में सेना की एक विशेष कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को ढेर किया गया था। इन घटनाओं से साफ है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं, और सुरक्षाबल इनका मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
पहलगाम हमला: देश को झकझोरने वाली घटना
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने एक बड़ा हमला किया था, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान खींचा और इसकी कड़ी निंदा हुई। पहलगाम जैसे शांत और खूबसूरत इलाके में हुए इस हमले ने आतंकियों की क्रूरता को एक बार फिर उजागर किया है।
सुरक्षाबलों की रणनीति: आतंकी नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने का लक्ष्य
उधमपुर में हुई ताजा मुठभेड़ और पहलगाम हमले से ये स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों का दायरा बढ़ सकता है। सुरक्षाबल और सरकार अब आतंकियों के पूरे नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं। डूडू-बसंतगढ़ में चल रहा सर्च ऑपरेशन और अन्य इलाकों में बढ़ाई गई सतर्कता इस बात का सबूत है कि सुरक्षाबल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की मुस्तैदी और साहस प्रशंसनीय है। पहलगाम हमले और उधमपुर मुठभेड़ जैसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि शांति और सुरक्षा के लिए लगातार सतर्क रहना जरूरी है। हम अपने शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और सुरक्षाबलों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं।
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