Bad sleep and heart attack: हमारी नींद का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। नियमित और सुकूनभरी नींद न केवल दिमाग को शांत रखती है, बल्कि शरीर के अन्य अंगों को भी सही तरीके से काम करने में मदद करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोने की आदत (Sleeping habits) खराब होने पर हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी का खतरा कई गुना बढ़ जाता है?
एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि नींद के पैटर्न में गड़बड़ी, जैसे बार-बार नींद टूटना या पर्याप्त नींद न लेना, सिर्फ दिल की बीमारियों का कारण नहीं बनती, बल्कि डायबिटीज और मोटापे जैसे समस्याओं को भी जन्म देती है।
Bad sleep and heart attack: नींद और हार्ट हेल्थ का कनेक्शन
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, खराब नींद के पैटर्न का सीधा असर हार्ट की सेहत पर पड़ता है। जब आप अलग-अलग समय पर सोते हैं, गहरी नींद नहीं लेते, या बार-बार उठते हैं, तो यह स्थिति आपके दिल के लिए खतरनाक हो सकती है।
इस तरह की अनियमितता से हार्ट अटैक, स्ट्रोक, और कार्डिएक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि नींद की कमी से शरीर में तनाव का स्तर बढ़ता है, जो धीरे-धीरे हार्ट की धमनियों को नुकसान पहुंचाने लगता है।
एथेरोस्क्लेरोसिस और नींद की गड़बड़ी
अध्ययन के अनुसार, खराब नींद एथेरोस्क्लेरोसिस नामक बीमारी का कारण बन सकती है। इस बीमारी में हार्ट की धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल, और अन्य पदार्थ जमा हो जाते हैं। ये जमा पदार्थ धमनियों को पतला कर देते हैं, जिससे खून का प्रवाह बाधित होता है।
जब खून का प्रवाह कम हो जाता है, तो हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक खराब नींद हार्ट की धमनियों को कठोर बना सकती है, जिससे स्ट्रोक और कार्डिएक अरेस्ट जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
नींद का नियमित पैटर्न क्यों जरूरी है?
अगर आप हर दिन अलग-अलग समय पर सोते हैं, तो आपका शरीर एक निश्चित रूटीन सेट नहीं कर पाता। इससे आपके हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं, जो सीधे आपकी सेहत पर असर डालते हैं।
नींद की गड़बड़ी से न केवल हार्ट की समस्याएं होती हैं, बल्कि मोटापा और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। खराब नींद के कारण शरीर में इंसुलिन का स्तर गड़बड़ हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है।
कैसे सुधारें नींद की आदत?
सुकूनभरी और नियमित नींद के लिए कुछ आदतें अपनाना जरूरी है। हर दिन एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें। सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें, ताकि दिमाग को आराम मिल सके।
गहरी और uninterrupted नींद के लिए अपने बेडरूम का माहौल शांत और आरामदायक बनाएं। इससे न केवल आपका हार्ट स्वस्थ रहेगा, बल्कि अन्य बीमारियों का खतरा भी कम होगा।