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Evolution and History of Clothing: आखिर कब इसानों ने सबसे पहले पहने थे कपड़े, क्या ठंड से बचना थी इसकी वजह?

Evolution and History of Clothing: आखिर कब इसानों ने सबसे पहले पहले थे कपड़े, क्या ठंड से बचना थी इसकी वजह?

Evolution and History of Clothing: आज के समय में कपड़े केवल फैशन का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि ये हमारी जरूरतों और पहचान का एक अहम हिस्सा भी हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इंसानों ने कपड़े पहनने की शुरुआत कब की थी? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंसानों के कपड़े (Human Clothing) पहनने का इतिहास न केवल रोचक है, बल्कि ये हमारी प्राचीन सभ्यताओं की कहानी भी बताता है। तो आइए, इस fascinating विषय पर एक नजर डालते हैं।

कब शुरू हुई कपड़ों की कहानी?

वैज्ञानिक मानते हैं कि आधुनिक इंसानों ने करीब 2 लाख साल पहले अफ्रीका में अपनी यात्रा शुरू की। शुरुआत में, हमारे पूर्वजों के शरीर पर घने बाल हुआ करते थे, जो उन्हें ठंड और गर्मी से बचाते थे। लेकिन जैसे-जैसे इंसान ने अफ्रीका के सुरक्षित वातावरण को छोड़कर दूसरे इलाकों की ओर कदम बढ़ाया, कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी।

कपड़ों का जुओं से कनेक्शन

ऐसे में ये जानना दिलचस्प है कि वैज्ञानिकों ने कपड़ों के इतिहास को समझने के लिए जुओं (Lice) का सहारा लिया। फ्लोरिडा म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री के शोधकर्ताओं ने पाया कि जुएं, जो मानव शरीर से जुड़ी रहती हैं, ने इंसानों के कपड़े पहनने की शुरुआत का प्रमाण दिया। वैज्ञानिकों ने बताया कि जुएं इंसानों के साथ तभी पनपीं, जब कपड़े अस्तित्व में आए।

रीड और उनकी टीम ने शोध में पाया कि इंसानों ने ठंडे इलाकों में जाने से करीब 70 हजार साल पहले कपड़े पहनने शुरू किए थे। ये समय आधुनिक इंसानों की अफ्रीका से बाहर निकलने की कहानी से मेल खाता है।

क्या कपड़े ठंड से बचने के लिए बने थे?

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि शुरुआती कपड़े केवल ठंड से बचने के लिए नहीं बने थे। साल 2003 में हुए एक शोध ने बताया कि इंसानों ने 1 लाख 7 हजार साल पहले कपड़े पहनना शुरू किया था। हालांकि, कपड़े पहनने की सही वजह सामाजिक संरचना और सुरक्षा से भी जुड़ी हो सकती है।

रीड की टीम ने जुओं का अध्ययन करते हुए पाया कि कपड़े पहनने की शुरुआत उस समय हुई, जब हिमयुग के कठिन हालात सामने आए। गौरतलब है कि पिछला हिमयुग करीब 1 लाख 20 हजार साल पहले शुरू हुआ था। इसका मतलब है कि इंसानों ने तकनीकी विकास के साथ-साथ कपड़ों की जरूरत को भी समझा।

जानवरों की खाल और कपड़ा संस्कृति

शुरुआती इंसानों ने जानवरों की खाल का इस्तेमाल किया। ये बात साबित करती है कि कपड़ों का इतिहास प्राकृतिक संसाधनों से जुड़ा हुआ है। जानवरों की खाल से बने कपड़े 7 लाख 80 हजार साल पहले के मानव आवासों में पाए गए हैं।

कपड़ों का पहला सबूत और सुई का विकास

पुरातत्वविदों को कपड़ों के पहले साक्ष्य के रूप में सुई जैसे औजार मिले हैं, जो करीब 40 हजार साल पहले के हैं। इससे ये साबित होता है कि इंसानों ने केवल जानवरों की खाल ही नहीं, बल्कि कपड़ों को सिलाई करके पहनना भी शुरू किया था। ये तकनीकी विकास कपड़ा संस्कृति का एक बड़ा हिस्सा है।

जुओं से इतिहास की परतें खुलीं

कपड़ों के अवशेष समय के साथ नष्ट हो गए, लेकिन जुओं का अध्ययन इंसानों के इस सफर की कहानी कहता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि शुरुआती इंसानों ने कपड़े पहनना करीब 1 लाख 70 हजार साल पहले शुरू किया। इसके बाद, पिछले हिमयुग के दौरान कपड़ों का इस्तेमाल और अधिक बढ़ गया।

मॉलीक्यूलर बायोलॉजी एंड इवोल्यूशन जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी के अनुसार, कपड़े केवल आवश्यकता ही नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी कदम थे, जिसने इंसानों को प्रकृति से तालमेल बैठाने और समाज बनाने में मदद की।

कपड़ों का यह सफर हमें दिखाता है कि कैसे प्राचीन मानव ने अपने आस-पास की चुनौतियों का सामना किया और एक नई संस्कृति की शुरुआत की।

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