असम में चक्रवात रेमाल के बाद भारी बारिश से आई बाढ़ ने चार लोगों की जान ले ली है। मेघालय, मिजोरम और नागालैंड में पहले ही तूफान, बाढ़ और भूस्खलन से 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
असम के हालात
असम में बाढ़ से मरने वाले चारों लोग दक्षिणी असम के बराक घाटी के रहने वाले थे। बाढ़ से 9 जिलों के लगभग 2 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 35 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
ट्रेनें और फेरी सेवाएं ठप
बाढ़ के कारण सड़कें और रेलवे ट्रैक भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिसकी वजह से दक्षिणी असम, त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर जाने वाली सभी ट्रेनें या तो रद्द कर दी गई हैं या बीच रास्ते में ही रोक दी गई हैं। ब्रह्मपुत्र और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ने से फेरी सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
इंफाल में 35 सालों की सबसे भयंकर बाढ़
मणिपुर की राजधानी इंफाल में पिछले 35 सालों की सबसे भयंकर बाढ़ आई है। इंफाल और नंबुल नदियों के पानी से इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों के बड़े इलाके जलमग्न हो गए हैं। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
इंफाल के कई महत्वपूर्ण स्थान जलमग्न
इंफाल में राजभवन, इमा कीथेल (एशिया का सबसे बड़ा महिलाओं द्वारा संचालित बाजार), खुमान लंपक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और पोलो ग्राउंड जैसे महत्वपूर्ण स्थान भी पानी में डूब गए हैं। कई सरकारी दफ्तर और अस्पताल भी बाढ़ की चपेट में हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
सेना, असम राइफल्स, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन का सहयोग करें।
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