Mahadev App: महादेव सट्टेबाजी ऐप (Mahadev App) मामले में एक बड़ा मोड़ आया है, दरअसल इस ऐप के दो मुख्य प्रमोटरों में से एक, रवि उप्पल को प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर दुबई में पुलिस ने हिरासत में लिया है. उप्पल को पिछले सप्ताह हिरासत में लिया गया था और सूत्रों ने कहा कि उसे जल्द ही भारत भेजे जाने की संभावना है.
कथित तौर पर प्रतिदिन 200 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाने वाले महादेव ऐप ने नवंबर में छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी थी.

Mahadev App Co-Founder Ravi Uppal (Photo Credits; Web)
प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया था कि एक कैश कूरियर असीम दास ने आरोप लगाया था कि ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. हालाँकि, जब उसे अदालत में पेश किया गया, तो कूरियर ने कहा कि उसे एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है और उसने कभी भी राजनेताओं को कोई नकदी नहीं दी है.
अपनी जांच के दौरान, एजेंसी ने पाया कि उप्पल के पास प्रशांत महासागर के एक देश वानुअतु का पासपोर्ट है और वह उसका इस्तेमाल कर “स्वतंत्र रूप से घूम रहा था”, लेकिन उसने अपनी भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी थी. उन्होंने पासपोर्ट का उपयोग करके ऑस्ट्रेलियाई वीजा के लिए भी आवेदन किया था.
ईडी अधिकारियों ने कहा कि ऐप का अन्य प्रमोटर, सौरभ चंद्राकर अभी भी फरार है और उसका पता लगाने का प्रयास जारी है. बता दें कि फरवरी में सौरभ चंद्राकर ने दुबई में शादी की थी जिसमें 200 करोड़ रुपयों का खर्चा हुआ था.उस शादी में कई बॉलीवुड हस्तियों ने भी शिरकत की थी.
कैसे काम करता था ऐप
ईडी की अब तक की जांच के अनुसार, ऐप के पीछे मुख्य संचालक चंद्राकर और उप्पल थे, जो छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले थे, लेकिन दुबई से संचालित होते थे. दोनों व्यक्तियों और कई अन्य लोगों द्वारा कई सहायक सट्टेबाजी ऐप चलाए गए थे, और भारत, मलेशिया, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात के विभिन्न शहरों में कॉल सेंटर संचालित किए गए थे. छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत में कम से कम 30 कॉल सेंटर चलाए गए.

Mahadev App Co-Founder Ravi Uppal (Photo Credits; Web)
इस संगठन द्वारा चलाए जा रहे ऐप्स में हजारों करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ और उनका दैनिक मुनाफा लगभग 200 करोड़ रुपये प्रतिदिन था.