Maratha Reservation: महाराष्ट्र के जालना से शुरू हुए मराठा आरक्षण विरोध मार्च ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. इस मार्च में हजारों मराठा युवा शामिल हैं, जो मराठा आरक्षण को बहाल करने की मांग कर रहे हैं.
मराठा आरक्षण विरोध मार्च के शुरू होते ही महाराष्ट्र सरकार का पूरा अमला हरकत में आ गया है. सरकार ने मार्च के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
सरकार ने मार्च के लिए एक रैली रूट भी निर्धारित किया है. मार्च जालना से शुरू होकर बीड, परभणी, लातूर, नांदेड, और पुणे होकर मुंबई पहुंचेगा. मार्च के दौरान मराठा युवा विभिन्न शहरों में धरना और प्रदर्शन भी करेंगे.
सरकार ने मराठा आरक्षण विरोध मार्च को देखते हुए पुलिस बलों की तैनाती भी बढ़ा दी है. मार्च के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. (Maratha Reservation)
मराठा आरक्षण विरोध मार्च के कारण महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़ आ गया है. माना जा रहा है कि यह मार्च मराठा आरक्षण के मुद्दे को फिर से गर्माने का काम कर सकता है.
मराठा आरक्षण विरोध मार्च के प्रमुख मांगें:
मराठा आरक्षण को बहाल किया जाए.
मराठा आरक्षण को 16% से बढ़ाकर 27% किया जाए.
मराठा आरक्षण को 10 साल की अवधि के लिए लागू किया जाए.
मराठा आरक्षण विरोध मार्च के संभावित परिणाम:
मराठा आरक्षण के मुद्दे को फिर से गर्माने का काम कर सकता है.
महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं.
मराठा आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ सकता है. (Maratha Reservation)