Maratha Reservation: मराठा समाज के लिए आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे-पाटील शनिवार से जालना के आंतरवाली सराटी गांव में फिर बेमियादी भूख हड़ताल शुरू करेंगे। जरांगे-पाटील ने कहा है कि वो पिछले कई दिनों से मराठा आरक्षण के लिए विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाने और मराठा आरक्षण के लिए कानून पारित करने की मांग कर रहे हैं।
सरकार पर अनदेखी का आरोप:
जरांगे-पाटील ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी मांग की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि अनशन के दौरान वो न पानी पीएंगे और न ही डॉक्टर से इलाज कराएंगे।
सोशल मीडिया पर अफवाह:
जरांगे-पाटील ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर सत्ताधारी पक्ष के कुछ लोग मराठा आरक्षण को लेकर अफवाह फैला रहे हैं। ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो उनके बहकावे में न आएं।
छगन भुजबल को चेतावनी:
जरांगे-पाटील ने कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल से अनुरोध किया है कि मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) के खिलाफ वो कुछ भी नहीं बोलें। उन्होंने ये भी कहा कि यदि वो चुप नहीं हुए तो फिर उन्हें हम चुप कराना जानते हैं।
ओबीसी समाज के लिए पार्टी:
इससे पहले मराठा आरक्षण का चेहरा बने मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र के मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल को चेतावनी दी थी। मनोज ने कहा था कि अगर वे मराठा समुदाय के लिए मांगे जा रहे आरक्षण (Maratha Reservation) की राह में बाधाएं पैदा करते हैं, तो मनोज मंडल आयोग को चुनौती देंगे।
धैर्य खत्म हो जाएगा:
मनोज ने नासिक में मीडिया से बात के दौरान भुजबल पर निशाना साधते हुए कहा था कि- “जैसे आपके बेटे-बेटियां हैं, वैसे ही हमारे भी हैं। हम मंडल कमीशन को चुनौती नहीं देना चाहते। तुम भी जियो और हमें भी जीने दो, लेकिन अगर हमारे आरक्षण के रास्ते में बाधाएं पैदा कीं, तो हमारा धैर्य खत्म हो जाएगा और हमें मंडल आयोग को चुनौती देनी होगी।” (Maratha Reservation)
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