मोबाइल यूजर्स के लिए बुरी खबर है। इस साल जून या जुलाई से आपके मोबाइल रिचार्ज के बिल बढ़ने वाले हैं। खबरों की मानें तो टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल रिचार्ज के दाम 15 से 17 प्रतिशत तक बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। इतना ही नहीं, 5G सर्विस के लिए आपको 5-10% तक अतिरिक्त चार्ज भी देना पड़ सकता है।
आखिरी बार टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ में बदलाव 2021 में किए थे। हालांकि, भारी निवेश के बाद 5G के रोलआउट के साथ कंपनियां अपने खर्चों की भरपाई करने पर ध्यान दे रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनियां इस बढ़ोतरी को चरणबद्ध तरीके से लागू कर सकती हैं।
आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत में मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन, कंपनियों का कहना है कि उनके मुनाफे में उतनी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिल रही। इसका एक मुख्य कारण है कई यूजर्स द्वारा अनलिमिटेड प्लान का ज्यादा इस्तेमाल होना। अंदाजा है कि जियो और एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियां अपने प्रीमियम यूजर्स के लिए अनलिमिटेड डेटा के विकल्प को बंद कर सकती हैं।
टेलीकॉम कंपनियों के इस कदम को भारत में 5G सेवाओं को तेजी से पहुंचाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अधिक टैरिफ से मिलने वाले राजस्व का इस्तेमाल कंपनियां 5G इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने में कर सकती हैं। हालांकि, इस मूल्य वृद्धि का आम मोबाइल उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ना तय है।
विशेषज्ञों की राय में, मोबाइल सर्विस में संभावित बढ़ोतरी का प्रतिशत 20% तक पहुंच सकता है। इसके साथ ही आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत में अभी 116 करोड़ से ज्यादा मोबाइल ग्राहक हैं।