मुंबई वालों, अगर आप प्रभादेवी या वर्ली से नरीमन पॉइंट की तरफ जाते हैं और ट्रैफिक से परेशान हैं, तो अच्छी खबर है! मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट में एक नया अंडरपास बन रहा है, खास तौर पर साउथ की ओर जाने वाले वाहनों के लिए। यह 400 मीटर लंबा अंडरपास आपकी यात्रा को आसान और तेज़ बना देगा।
मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट शहर का एक बड़ा काम है, जिससे ट्रैफिक कम करने और सफर को सुगम बनाने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट में कई अहम हिस्से हैं। अभी तक, मरीन ड्राइव से प्रियदर्शनी पार्क के बीच समुद्र के नीचे एक लंबी सुरंग बन चुकी है। इसके अलावा, सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कोस्टल रोड पर दक्षिण की ओर जाने वाले वाहनों के लिए कुछ लेन खुली रहती हैं।
अब नया अंडरपास वर्ली सीफेस से वर्ली इंटरचेंज तक बनाया जा रहा है। इसका प्रवेश द्वार जेके कपूर चौक के पास होगा और निकास बिंदु बिंदू माधव ठाकरे चौक पर, जहां से गाड़ियां इंटरचेंज पर आसानी से जा सकेंगी। इस अंडरपास की खासियत यह है कि अक्टूबर तक इसके तैयार होने की उम्मीद है!
यह अंडरपास खास तौर से सेवरी-वर्ली कनेक्टर से उतरने वाले वाहनों के लिए फायदेमंद होगा। अब वे पश्चिमी उपनगरों या फिर कोस्टल रोड के रास्ते दक्षिण मुंबई तक बिना किसी रुकावट के पहुंच सकेंगे।
अंडरपास के बनने से मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के दूसरे चरण को पूरा करने में बड़ी मदद मिलेगी। इस दूसरे चरण के मई 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इससे निश्चित रूप से यात्रा का समय घटेगा, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
यह अंडरपास ऑस्ट्रियाई टनलिंग विधि से बनाया जा रहा है और खान अब्दुल गफ्फार खान रोड के नीचे से होते हुए वर्ली सीफेस के साथ-साथ जाएगा। मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट की लागत 13,000 करोड़ रुपये है और इसके पूरा होने पर यह 10.58 किलोमीटर लंबा होगा।