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मुंबई स्पा हत्याकांड में 7000 की कैंची से हत्या: जाँघ पर गुदे दुश्मनों के नामों ने खोला राज, 5 गिरफ्तार

मुंबई, स्पा हत्याकांड

मुंबई शहर में एक ऐसी घटना हुई है जिसने सबको हिलाकर रख दिया है। यह कहानी है एक हत्या की, जो इतनी अजीब है कि आप सुनकर दंग रह जाएंगे। आइए जानते हैं कि आखिर क्या हुआ था उस दिन, जब मुंबई के एक स्पा में खून की होली खेली गई।

24 जुलाई 2024 को मुंबई के वर्ली इलाके में एक स्पा सेंटर में कुछ ऐसा हुआ, जिसने पूरे शहर को हिला दिया। इस स्पा में एक आदमी की बहुत बेरहमी से हत्या कर दी गई। मरने वाले आदमी का नाम था गुरु वाघमारे। लोग उसे चुलबुल के नाम से भी जानते थे। गुरु वाघमारे कोई साधारण आदमी नहीं था। वह एक हिस्ट्रीशीटर था, यानी उसके नाम पर पहले से कई अपराध दर्ज थे।

मुंबई स्पा हत्याकांड में 7000 की कैंची से हत्या: जाँघ पर गुदे दुश्मनों के नामों ने खोला राज, 5 गिरफ्तार

जब पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की, तो उन्हें कुछ ऐसे सुराग मिले जो बहुत ही अजीब थे। सबसे पहला और सबसे अहम सुराग मिला गुरु वाघमारे के शरीर पर बने टैटू से। जब डॉक्टरों ने उसके शरीर की जांच की, तो उन्होंने देखा कि उसकी जांघ पर 22 नाम गुदे हुए थे। ये नाम किसी और के नहीं, बल्कि उसके दुश्मनों के थे। इन नामों में से एक नाम था संतोष शेरेकर का, जो उस स्पा का मालिक था जहां गुरु वाघमारे की हत्या हुई थी।

इस खुलासे के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें स्पा मालिक संतोष शेरेकर, दो हमलावर और दो अन्य लोग शामिल थे। अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्या वजह थी कि एक स्पा मालिक ने अपने ही ग्राहक की हत्या करवा दी?

पुलिस की जांच में पता चला कि संतोष शेरेकर, गुरु वाघमारे से बहुत परेशान था। वाघमारे उससे जबरन पैसे मांगता था और धमकियां देता था। शेरेकर इन धमकियों से इतना तंग आ गया था कि उसने वाघमारे की हत्या की योजना बना ली। उसने एक और अपराधी फिरोज अंसारी को इस काम के लिए 6 लाख रुपये देने का वादा किया।

फिरोज अंसारी भी कोई नया अपराधी नहीं था। वह नालासोपारा में एक स्पा चलाता था। लेकिन पिछले साल पुलिस ने उसके स्पा पर छापा मारा और उसे बंद करवा दिया। इस छापेमारी की शिकायत गुरु वाघमारे ने ही की थी। इसलिए फिरोज भी वाघमारे से बदला लेना चाहता था।

फिरोज ने इस काम में मदद के लिए दिल्ली के एक और अपराधी साकिब अंसारी से संपर्क किया। दोनों ने मिलकर तीन महीने तक इस हत्या की योजना बनाई। इस दौरान वे वाघमारे की दिनचर्या पर नजर रखते रहे। वे देखते रहे कि वह कहां जाता है, क्या करता है।

हत्या वाले दिन साकिब और फिरोज ने वाघमारे का पीछा किया। उन्होंने उसे एक शराब के ठेके के बाहर देखा। वहां से वे उसके पीछे-पीछे शेरेकर के स्पा तक पहुंचे। वहां उन्होंने वाघमारे पर हमला कर दिया। उन्होंने उसकी हत्या के लिए एक कैंची का इस्तेमाल किया जो 7000 रुपये की थी। उन्होंने वाघमारे को ब्लेड से भी मारा और उसका गला काट दिया।

पुलिस ने इस मामले की जांच बहुत बारीकी से की। उन्हें शराब के ठेके के पास एक और सुराग मिला। वहां फिरोज ने गुटखा खरीदा था और उसके लिए UPI से पेमेंट किया था। इस रिकॉर्ड से पुलिस को फिरोज का नाम पता चला। फिर उन्होंने फिरोज के फोन नंबर की जांच की तो उसका संबंध शेरेकर से निकला।

पुलिस ने फिरोज अंसारी को नालासोपारा से गिरफ्तार किया। साकिब अंसारी को राजस्थान के कोटा शहर से पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि इन दोनों ने मिलकर ही यह पूरी योजना बनाई थी।

इस पूरी घटना ने मुंबई शहर को हिलाकर रख दिया है। लोग हैरान हैं कि कैसे एक स्पा में इतनी बेरहमी से किसी की हत्या हो सकती है। गुरु वाघमारे के शरीर पर गुदे हुए नाम और हत्या में इस्तेमाल की गई महंगी कैंची ने इस मामले को और भी रहस्यमय बना दिया है।

पुलिस अभी भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। हो सकता है कि आगे और भी चौंकाने वाले खुलासे हों। यह घटना बताती है कि अपराध की दुनिया कितनी खतरनाक और जटिल हो सकती है। एक छोटी सी धमकी या पुरानी दुश्मनी किस तरह किसी की जान ले सकती है, यह इस घटना से साफ झलकता है।

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