ऐसा लगता है कि जिस ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ की तारीफें दुनिया कर रही है, उसके अंदर के हालात कुछ गड़बड़ हैं। OpenAI, एक कंपनी जो अपने AI रिसर्च के लिए जानी जाती है, हाल ही में एक बड़े विवाद में फंस गई है। खबरों की मानें तो उन्होंने दो बड़े शोधकर्ताओं को कोई अहम जानकारी लीक करने के आरोप में नौकरी से निकाल दिया है। अब सबके मन में एक ही सवाल है – आखिर ये लीक हुई जानकारी क्या थी?
OpenAI एक बहुत बड़ी संस्था है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI तकनीकों पर गहन रिसर्च करती है। ये कंपनी ChatGPT जैसी चर्चित तकनीकें बनाने के लिए भी जानी जाती है। पिछले कुछ समय से ये सुनने में आ रहा है कि OpenAI के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कर्मचारी खुश नहीं हैं और पहले भी बड़े स्तर पर बदलाव किए जा चुके हैं।
अब बात करते हैं उन दो शोधकर्ताओं की… इनमें से एक, लियोपोल्ड एशेनब्रेनर, तो कंपनी में बहुत बड़ा नाम थे। लोग उन्हें कंपनी का उभरता हुआ सितारा मानते थे और वो OpenAI के मुख्य वैज्ञानिक से जुड़े हुए थे। इनकी पढ़ाई भी बहुत शानदार है और इन्होंने तो 19 साल की उम्र में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी कर ली थी। लेकिन कहते हैं ना कि काबिल लोगों के नसीब हमेशा साथ नहीं देते, इन साहब ने ऐसा क्या कर दिया कि कंपनी ने इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। दरअसल, ऐसी चर्चाएं हैं कि OpenAI में अंदरूनी राजनीति बहुत चलती है। पिछले साल ही कंपनी के सीईओ सैम अल्टमैन को हटाया गया था, लेकिन बाद में वापस लाया भी गया। इससे कंपनी के अंदर के झगड़े की बात और भी पुख्ता होती है।
खैर, ये विवाद तो दिखाता है कि ‘हुनर के साथ-साथ किस्मत भी होनी चाहिए!’ चाहे वो कोई इंसान ही क्यों ना हो, या कोई Artificial Intelligence बनाने वाली कंपनी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितनी भी एडवांस क्यों ना हो जाए, उसके अंदर के इंसानी झगड़े कहीं ना कहीं काम को प्रभावित ज़रूर करते हैं।
अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि शोधकर्ताओं ने जो जानकारी लीक कि थी, उसका क्या हुआ? उसका इस्तेमाल कैसे हुआ? क्या OpenAI ने दोषी पाए गए शोधकर्ताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, इसकी भी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।