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Parker Solar Probe: सूरज को ‘छूकर’ भी कैसे बच गया नासा का अंतर‍िक्ष यान? ले आया अंदर की तस्‍वीरें, खुलेगा बड़ा राज

Parker Solar Probe: सूरज को 'छूकर' भी कैसे बच गया नासा का अंतर‍िक्ष यान? ले आया अंदर की तस्‍वीरें, खुलेगा बड़ा राज

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने अंतरिक्ष विज्ञान में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। नासा का पार्कर सोलर प्रोब (Parker Solar Probe) ऐसा पहला अंतरिक्ष यान बना है, जिसने सूरज के बेहद करीब जाकर सफलता हासिल की। यह यान सूरज की तेज गर्मी और रेडिएशन का सामना करके सुरक्षित वापस लौटा है।

सूरज को छूने की ऐतिहासिक उपलब्धि

पहली बार किसी यान ने सूरज के इतने पास जाकर सफलता पाई है। नासा के वैज्ञानिक अब इस यान से मिले डेटा का अध्ययन करेंगे, जिससे सूरज से जुड़े कई रहस्यों का पता चल सकेगा।

सूरज के करीब जाने का सफर

24 दिसंबर को पार्कर सोलर प्रोब ने सूरज के बाहरी हिस्से, जिसे “कोरोना” कहा जाता है, में प्रवेश किया। कोरोना वह जगह है जहां तापमान लाखों डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है।

इस दौरान नासा का यान से संपर्क टूट गया था। वैज्ञानिकों को डर था कि यह सूरज की ज्वालाओं और गर्मी में नष्ट हो सकता है। लेकिन जब गुरुवार रात को यान का सिग्नल मिला, तो वैज्ञानिक खुशी से झूम उठे। उन्होंने बताया कि यान सुरक्षित है और उससे संपर्क हो चुका है।

सूरज की गर्मी से बचने का राज

पार्कर सोलर प्रोब को खासतौर पर इस मिशन के लिए तैयार किया गया है। इसे ऐसे पदार्थों से बनाया गया है, जो 980 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी सहन कर सकते हैं। इसमें एक थर्मल शील्ड भी लगी है, जो सूरज की तेज गर्मी और रेडिएशन से यान को बचाती है।

वहां से मिले डेटा ने बताया कि सूरज के कोरोना में मौजूद पदार्थ लाखों डिग्री सेल्सियस तक गर्म होते हैं। अब वैज्ञानिक यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना का तापमान सूरज की सतह से कई गुना ज्यादा क्यों होता है।

सौर वायु के रहस्य का खुलासा

पार्कर सोलर प्रोब के जरिए वैज्ञानिकों को सौर वायु (Solar Wind) के रहस्य को समझने में मदद मिलेगी। सौर वायु सूरज से निकलने वाले आवेशित कणों की तेज धारा है। वैज्ञानिक यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह धारा इतनी तेज रफ्तार से क्यों और कैसे चलती है।

इस मिशन के जरिए यह समझने में मदद मिलेगी कि सौर वायु का प्रवाह कैसे बनता है और यह अंतरिक्ष पर क्या असर डालता है।

यह मिशन क्यों खास है?

पार्कर सोलर प्रोब अब तक का सबसे तेज गति वाला मानव निर्मित यान है। यह सूरज का चक्कर लगाते हुए 7 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर रहा है। इसके जरिए वैज्ञानिक सूरज और उसके आसपास के वातावरण को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।

पहले वैज्ञानिकों के पास सूरज के कोरोना की सिर्फ दूर से ली गई तस्वीरें और अनुमान थे। लेकिन अब, इस यान से मिली जानकारी से सौर गतिविधियों की सटीक और गहराई से जानकारी मिलेगी।

भविष्य की संभावनाएं

यह मिशन अंतरिक्ष विज्ञान में नई खोजों का रास्ता खोलेगा। इससे न केवल सूरज के बारे में बल्कि पृथ्वी पर सौर गतिविधियों के असर को भी बेहतर तरीके से समझा जा सकेगा।

सूरज से लाए अद्भुत राज

पार्कर सोलर प्रोब (Parker Solar Probe) ने अंतरिक्ष विज्ञान में नई क्रांति ला दी है। यह यान सूरज के करीब जाकर वहां से अनमोल जानकारियां लेकर आया है।

इस मिशन से न केवल सूरज की ताकत और उसके रहस्यों को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि अंतरिक्ष और पृथ्वी के आपसी संबंधों को भी जानने का नया रास्ता खुलेगा।

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