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किसी उम्मीदवार को कैसे मिलता है पार्टी टिकट, क्या इसकी कोई स्लिप मिलती है?

पार्टी टिकट
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चुनाव के समय “पार्टी टिकट” (Party Ticket) एक ऐसा शब्द है जो हर तरफ सुनाई देता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यs पार्टी टिकट क्या होता है और उम्मीदवार इसे कैसे हासिल करता है? अगर नहीं जानते तो आइए हम आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं।

पार्टी टिकट क्या होता है?
पार्टी टिकट का मतलब किसी ट्रेन या बस के टिकट से नहीं है। ये एक आधिकारिक अनुमति है, जो राजनीतिक पार्टी अपने उम्मीदवार को देती है। इसके जरिए उम्मीदवार को पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने का अधिकार मिलता है। इसे आप पार्टी की तरफ से दिया गया “चुनावी पास” कह सकते हैं। ये टिकट उम्मीदवार को उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति देता है जहां से वो चुनाव लड़ना चाहता है।

टिकट के बिना चुनाव लड़ना कैसे अलग है?
अगर किसी उम्मीदवार को पार्टी का टिकट नहीं मिलता, तो वो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकता है। लेकिन पार्टी टिकट मिलने का मतलब है कि उम्मीदवार को पार्टी का समर्थन, प्रचार के लिए संसाधन, और लोकप्रिय चुनाव चिह्न मिलता है। ये समर्थन चुनाव जीतने में बड़ी मदद करता है।

क्या वाकई कोई “टिकट” दिया जाता है?
जब कहा जाता है कि किसी उम्मीदवार को पार्टी ने “टिकट दिया,” तो इसका मतलब ये नहीं है कि उसे कोई असली टिकट दिया गया। इसके बजाय, पार्टी एक आधिकारिक “फॉर्म बी” देती है। यह फॉर्म चुनाव आयोग में जमा किया जाता है। इसमें उस उम्मीदवार का नाम और क्षेत्र लिखा होता है, जिसे पार्टी ने चुना है। साथ ही, इसमें एक वैकल्पिक उम्मीदवार का नाम भी होता है, ताकि किसी आपात स्थिति में उसका उपयोग किया जा सके।

फॉर्म ए और फॉर्म बी का महत्व
चुनाव प्रक्रिया में फॉर्म ए और फॉर्म बी बेहद अहम होते हैं।
फॉर्म ए: इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या प्रदेशाध्यक्ष द्वारा अधिकृत उम्मीदवार का नाम होता है।
फॉर्म बी: इसमें उम्मीदवार का नाम और उसका चुनाव क्षेत्र दर्ज होता है। इसे चुनाव आयोग में जमा करना जरूरी होता है।

इन दोनों फॉर्म्स पर पार्टी अध्यक्ष के हस्ताक्षर होते हैं, जिससे उम्मीदवार को आधिकारिक रूप से पार्टी का प्रतिनिधित्व करने का अधिकार मिलता है।

क्या ये प्रक्रिया सभी पार्टियों के लिए समान होती है?
जी हां, चुनाव आयोग के नियमों के तहत ये प्रक्रिया सभी पार्टियों के लिए समान होती है। हर पार्टी को समय पर अपने उम्मीदवार का नामांकन फॉर्म भरकर चुनाव आयोग को देना होता है। ये प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि चुनाव चिह्न सही उम्मीदवार को दिया जाए।

पार्टी टिकट का महत्व
पार्टी टिकट उम्मीदवार के लिए बेहद अहम होता है। ये उसे पार्टी के समर्थन के साथ-साथ मतदाताओं के बीच एक पहचान भी देता है। पार्टी का नाम और चिह्न उम्मीदवार के प्रचार और चुनाव जीतने की संभावना को बढ़ा देता है।

क्या पार्टी टिकट की प्रक्रिया पारदर्शी होती है?
पार्टी टिकट देने की प्रक्रिया पारदर्शी मानी जाती है, लेकिन इसमें कई फैक्टर काम करते हैं। जैसे कि पार्टी की चुनावी रणनीति, क्षेत्रीय समीकरण, और उम्मीदवार की लोकप्रियता। इन सबका मिलाजुला असर तय करता है कि किसे टिकट मिलेगा।

पार्टी टिकट (Party Ticket) चुनाव में उम्मीदवार और पार्टी के बीच के संबंध को मजबूत करता है। ये सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि एक बड़े सपने और जिम्मेदारी का प्रतीक है।

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