courier scam: मुंबई में एक महिला टेक कर्मचारी को एक चालाक कूरियर घोटाले का शिकार बनाया गया। जालसाजों ने पुलिस और कूरियर कंपनी के अधिकारी बनकर महिला को डरा-धमका कर उससे एक बड़ा कर्ज लेने के लिए मजबूर किया और फिर 19 लाख रुपये हड़प लिए। इस घटना की जांच शुरू हो चुकी है।
यह चौंकाने वाली घटना तब शुरू हुई जब पीड़ित महिला को अंधेरी की एक कूरियर कंपनी से कथित तौर पर फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने महिला से कहा कि उसका एक पार्सल जो ईरान जा रहा था, उसे जांच में रोका गया है, क्योंकि उसमें अवैध सामान मिला है – ड्रग्स, पासपोर्ट और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।
फोन करने वाले ने पीड़िता को बताया कि उन्होंने इस पार्सल के बारे में नारकोटिक्स विभाग में शिकायत दर्ज कर दी है। पीड़िता को जांच एजेंसी से एक “पर्सनल क्लीयरेंस सर्टिफिकेट” प्राप्त करने के लिए कहा गया। इसके बाद, पीड़ित महिला का फोन कॉल एक अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया गया, जिसने खुद को मुंबई पुलिस अधिकारी बताया और पीड़िता के साथ अपना पुलिस आईडी कार्ड भी साझा किया।
जालसाज ने डरी-सहमी महिला को अपने निर्देशों का पालन करने के लिए उकसाया और उसके मोबाइल बैंकिंग ऐप से एक व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) लेने को कहा। महिला ने घबराहट में उनका कहा मान लिया और उसके बैंक खाते में 20 लाख रुपये का लोन आ गया। इसके बाद, जालसाज ने पीड़िता से उसके खाते से 19 लाख रुपये दिए गए एक बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा, और विश्वास दिलाया कि उसे एक घंटे के भीतर पीसीसी मिल जाएगा।
परेशान महिला को बाद में कुछ गड़बड़ होने का अहसास हुआ। उसने अपने पति को पूरी बात बताई, और उसे समझा कि उसे ठग लिया गया है। इसके बाद महिला ने पुलिस से संपर्क किया और मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई।
गौरतलब है कि कूरियर घोटाले भारत में बढ़ते साइबर अपराध हैं। जालसाज अक्सर लोगों को डरा-धमका कर अपनी योजनाओं में फंसाने का काम करते हैं। ये मामला इस बात को रेखांकित करता है कि अधिकारियों के नाम पर आने वाले अप्रत्याशित कॉल या संदेशों को लेकर बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है। फिलहाल पुलिस ने भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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