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क्या आप भी बिल्ली के रास्ता काटने से घबराकर रुक जाते हैं? अगर हां तो जानें ये शुभ है या अशुभ

बिल्ली
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क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि किसी काली बिल्ली ने आपका रास्ता काटा और आप अचानक रुक गए? शायद आपने सोचा कि ये अशुभ संकेत है। ये धारणा हमारे समाज में गहराई तक पैठ चुकी है। लेकिन क्या ये सच में अशुभता का प्रतीक है, या केवल एक अंधविश्वास? “बिल्ली का रास्ता काटना” (Cat Crossing Path) और “बिल्ली अशुभता का मिथक” (Cat Superstition Myth) जैसे विषयों पर गहराई से चर्चा करना जरूरी है।

अशुभता का प्रतीक: बिल्ली का रास्ता काटना
हमारे समाज में ये आम धारणा है कि अगर काली बिल्ली रास्ता काटे तो ये बुरी किस्मत का संकेत है। इस मान्यता को कई बार हमारे बड़े-बुजुर्गों ने अपनी कहानियों और अनुभवों के जरिए और मजबूत बना दिया। हालांकि, कुछ लोग इसे बुरी घटनाओं से जोड़ते हैं, तो कुछ इसे जीवन में बड़े बदलाव का प्रतीक मानते हैं।

ज्योतिष का दृष्टिकोण: बिल्ली और राहु का संबंध
ज्योतिष शास्त्र में बिल्ली को राहु की सवारी माना गया है। राहु एक राक्षस ग्रह है, जिसका प्रभाव जीवन में नकारात्मकता और परेशानी लाता है। यही वजह है कि जब बिल्ली किसी का रास्ता काटती है, तो इसे अशुभ समझा जाता है। ज्योतिष में ये भी माना गया है कि राहु जीवन में भ्रम और बाधाएं पैदा करता है। इसलिए, ये धारणा वर्षों से चली आ रही है।

शुभता के प्रतीक के रूप में बिल्ली
इतिहास में ऐसे लोग भी थे, जिन्होंने बिल्ली के रास्ता काटने को शुभता का संकेत माना। पुराने समय में जब लोग जंगलों से गुजरते थे, तो अगर बिल्ली रास्ता काटती, तो वे समझते थे कि वो किसी जंगली जानवर के आने की चेतावनी दे रही है। इसे वे खतरे का अलार्म मानते और अलर्ट हो जाते। इस परिप्रेक्ष्य से देखा जाए, तो बिल्ली की ये हरकत उन्हें संकट से बचाने वाली साबित होती थी।

विज्ञान क्या कहता है?
अगर विज्ञान की नजर से देखें, तो किसी जानवर के रास्ता काटने का अशुभ या शुभ होने से कोई लेना-देना नहीं है। ये केवल हमारे समाज में प्रचलित मान्यताओं और अनुभवों का नतीजा है। विज्ञान इस बात को खारिज करता है कि किसी काली बिल्ली या किसी अन्य जानवर के रास्ता काटने से इंसान की किस्मत पर असर पड़ सकता है। ये केवल एक मिथक है, जिसे पीढ़ियों से गढ़ा गया है।

सच कहें तो बिल्ली के रास्ता काटने से कोई भी अशुभ घटना नहीं होती। ये केवल हमारे समाज का बनाया हुआ अंधविश्वास है। हालांकि, कुछ लोग इसे अपने व्यक्तिगत अनुभवों से जोड़ते हैं और मानते हैं कि ऐसा करने से उन्हें नुकसान हुआ। ये जरूरी है कि हम अंधविश्वास से बचें और चीजों को तार्किक दृष्टिकोण से देखें।

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