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वायनाड में भूस्खलन से मची तबाही: 19 लोगों की जान गई, 100 लोग अब भी फंसे, बचाव कार्य जारी

वायनाड में भूस्खलन से मची तबाही: 19 लोगों की जान गई, 100 लोग अब भी फंसे, बचाव कार्य जारी

केरल के वायनाड जिले में मंगलवार की सुबह एक बड़ी त्रासदी घट गई। यहां के पहाड़ी इलाके में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हो गया। इस भयानक हादसे में अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है। यह घटना मेप्पाडी नाम के स्थान के पास हुई। इस भूस्खलन में बड़ी संख्या में लोग फंस गए हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन लोगों को बचाने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं।

जैसे ही यह खबर फैली, केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने फायर फाइटर्स और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को मौके पर भेजा। ये टीमें तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गईं। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण बचाव कार्य में काफी मुश्किलें आ रही हैं।

वायनाड में भूस्खलन से मची तबाही: 19 लोगों की जान गई, 100 लोग अब भी फंसे, बचाव कार्य जारी

इस भयानक घटना की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बात की। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता भी राहत कार्यों में मदद करें।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार की सभी एजेंसियां लोगों को बचाने के काम में लगी हुई हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ मंत्री खुद वायनाड पहुंच रहे हैं। वे वहां जाकर बचाव कार्य का नेतृत्व करेंगे और सभी कामों पर नजर रखेंगे।

वायनाड में भूस्खलन से मची तबाही: 19 लोगों की जान गई, 100 लोग अब भी फंसे, बचाव कार्य जारी

इस भूस्खलन में सबसे दर्दनाक खबर एक छोटे बच्चे की मौत की है। वायनाड के अधिकारियों ने बताया कि थोंडरनाड गांव में रहने वाले एक नेपाली परिवार के एक साल के बच्चे की मौत हो गई। यह खबर सुनकर हर किसी का दिल दहल गया। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने एक कंट्रोल रूम बनाया है। लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। अगर किसी को कोई मदद चाहिए तो वे 9656938689 और 8086010833 नंबरों पर फोन कर सकते हैं।

KSDMA ने अपने फेसबुक पेज पर बताया कि कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड भेजा गया है। ये टीमें भी बचाव कार्य में मदद करेंगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी कई लोग फंसे हुए हो सकते हैं। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण उन तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। फिर भी, सरकार और स्थानीय प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहे हैं ताकि सभी लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।

वायनाड में हो रही भारी बारिश ने हालात और खराब कर दिए हैं। बारिश के कारण नदियों और नालों का पानी बढ़ गया है। इससे कई सड़कें और पुल टूट गए हैं। इस वजह से बचाव दल को लोगों तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित जगहों पर चले जाएं। उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

इस मुश्किल समय में स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने लोगों की मदद के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने एक कंट्रोल रूम बनाया है और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अगर किसी को कोई जरूरी मदद चाहिए तो वे इन नंबरों पर फोन कर सकते हैं। ये नंबर हैं – 9656938689 और 8086010833।

यह घटना एक बार फिर बताती है कि प्रकृति के सामने इंसान कितना छोटा है। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में पूरा देश केरल के लोगों के साथ खड़ा है। सरकार, प्रशासन और आम लोग, सभी मिलकर इस आपदा का सामना कर रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और फंसे हुए सभी लोग सुरक्षित निकाल लिए जाएंगे।

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