मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर जल्द ही ट्रैफिक नियमों की निगरानी के लिए AI तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। जून के पहले हफ्ते से इस नई व्यवस्था के शुरू होने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MSRDC) मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) लागू कर रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 40,000 कारें और वीकेंड पर 60,000 कारें गुजरती हैं।
कैसा होगा ये नया सिस्टम?
इस सिस्टम में 218 AI कैमरे लगाए गए हैं, जो 17 तरह के ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन का पता लगा सकते हैं। टोल बूथ और कैमरों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम भी लगाया जाएगा। इसके अलावा, 11 जगहों पर मौसम की निगरानी के लिए सिस्टम लगाए जाएंगे।
क्या फायदा होगा इससे?
इस सिस्टम से ट्रैफिक नियंत्रण में सुधार होगा और सड़क सुरक्षा बढ़ेगी। इससे ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई हो सकेगी। अगर कोई गाड़ी लगातार तेज रफ्तार से चल रही है या ट्रैफिक नियम तोड़ रही है, तो टोल बूथ पर हूटर बजेगा।
और क्या खासियतें हैं?
23 जगहों पर मैसेजिंग साइन बोर्ड लगाए जाएंगे, जो मौसम, सड़क बंद होने और ट्रैफिक की स्थिति के बारे में जानकारी देंगे। इससे टूटे हुए वाहनों को भी जल्दी हटाया जा सकेगा, जिससे ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
ये सिस्टम मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में मददगार साबित हो सकता है। AI तकनीक के इस्तेमाल से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसी जा सकेगी और सड़कें सुरक्षित होंगी। अगर ये सिस्टम सफल रहा तो इसे समृद्धि महामार्ग पर भी लागू किया जाएगा।
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