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Molestation in Cab: मुंबई में महिला पायलट से टैक्सी में छेड़छाड़; पुलिस ने ड्राइवर को पकड़ा, दो फरार

Molestation in Cab: मुंबई में महिला पायलट से टैक्सी में छेड़छाड़; पुलिस ने ड्राइवर को पकड़ा, दो फरार

Molestation in Cab: मुंबई, जो अपनी रफ्तार और सपनों के लिए जानी जाती है, एक बार फिर एक दुखद और चौंकाने वाली घटना की वजह से चर्चा में है। 19 जून 2025 की रात को एक महिला पायलट के साथ टैक्सी में छेड़छाड़ (molestation in cab) की घटना ने शहर में महिलाओं की सुरक्षा (women’s safety) को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए। यह घटना उस समय हुई, जब वह अपने पति से मिलने के बाद दक्षिण मुंबई से पूर्वी उपनगरों में अपने घर लौट रही थी। घाटकोपर पुलिस ने इस मामले में टैक्सी ड्राइवर साजिद गुलहसन शेख को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए।

महिला पायलट, जो एक निजी एयरलाइन में काम करती हैं, अपने पति से मिलने कोलाबा गई थीं। उनके पति भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं और कोलाबा में तैनात हैं। एक होटल में डिनर के बाद, उन्होंने रात को अपने घर लौटने के लिए एक निजी टैक्सी बुक की। लेकिन यात्रा शुरू होने के कुछ ही देर बाद ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी और दो अज्ञात लोगों को गाड़ी में बिठा लिया। इनमें से एक व्यक्ति, जो पीछे की सीट पर बैठा था, ने महिला के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। दूसरा व्यक्ति उसे डराने-धमकाने की कोशिश कर रहा था। यह सब उस समय हुआ, जब टैक्सी दक्षिण मुंबई की सड़कों से गुजर रही थी।

महिला उस समय डर के मारे चुप रही। लेकिन जैसे ही टैक्सी एक पुलिस चेकपॉइंट के पास पहुंची, दोनों अज्ञात लोग गाड़ी से कूदकर भाग गए। ड्राइवर ने इसके बाद महिला को उनके घर के पास छोड़ दिया और खुद भी फरार हो गया। यह पूरी घटना इतनी डरावनी थी कि महिला तुरंत कुछ बोल नहीं पाई। वह हाल ही में मुंबई आई थीं और शहर से ज्यादा वाकिफ नहीं थीं। अगली सुबह, उन्होंने अपने पति के साथ घाटकोपर पुलिस स्टेशन पहुंचकर औपचारिक शिकायत दर्ज की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज व अन्य सबूतों के आधार पर टैक्सी ड्राइवर साजिद गुलहसन शेख को गिरफ्तार कर लिया। उसे 23 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस ने इस मामले को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया है। ड्राइवर की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस की पूरी कोशिश उन दो अन्य आरोपियों को पकड़ने की है, जो घटनास्थल से भाग गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दोनों आरोपियों की कुछ तस्वीरें मिली हैं, जिनके आधार पर उनकी तलाश की जा रही है। घाटकोपर पुलिस स्टेशन के बाहर खड़े एक स्थानीय निवासी, अजय मिश्रा, ने बताया कि ऐसी घटनाएं सुनकर डर लगता है। उन्होंने कहा कि वह अपनी बहन को अकेले टैक्सी में भेजने से पहले अब कई बार सोचेंगे।

यह घटना मुंबई जैसे शहर में महिलाओं की सुरक्षा (women’s safety) को लेकर एक गंभीर चेतावनी है। मुंबई को अक्सर भारत के सबसे सुरक्षित शहरों में गिना जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में टैक्सी में छेड़छाड़ (molestation in cab) जैसी घटनाएं बढ़ी हैं। 2023 में एक ऐसी ही घटना अंधेरी में हुई थी, जहां एक कॉलेज छात्रा के साथ टैक्सी ड्राइवर ने छेड़छाड़ की थी। उस मामले में भी ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन ऐसे हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे। एक सामाजिक कार्यकर्ता, प्रिया सावंत, ने बताया कि कई बार महिलाएं डर या सामाजिक दबाव के कारण शिकायत दर्ज नहीं करतीं। लेकिन इस मामले में महिला पायलट ने हिम्मत दिखाई और तुरंत पुलिस के पास गई, जो अन्य महिलाओं के लिए एक मिसाल है।

मुंबई में टैक्सी और राइड-शेयरिंग सेवाएं लाखों लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरत हैं। लेकिन इन सेवाओं में सुरक्षा मानकों की कमी एक बड़ा मुद्दा है। कई टैक्सी ड्राइवरों का सत्यापन ठीक से नहीं होता, और कुछ मामलों में ड्राइवर बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाते हैं। इस घटना में शामिल ड्राइवर साजिद के पास वैध लाइसेंस तो था, लेकिन उसने यात्रा के दौरान दो अज्ञात लोगों को गाड़ी में बिठाकर नियम तोड़े। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या ये दोनों व्यक्ति ड्राइवर के जानकार थे या यह कोई सुनियोजित साजिश थी।

महिला पायलट की यह कहानी न केवल उनके साहस को दर्शाती है, बल्कि उस डर को भी सामने लाती है, जो कई महिलाएं अकेले यात्रा करते समय महसूस करती हैं। उनके पति, जो नौसेना में हैं, ने इस घटना के बाद पुलिस को तुरंत सूचना दी और शिकायत दर्ज करने में उनकी मदद की। यह घटना दक्षिण मुंबई जैसे व्यस्त और कथित तौर पर सुरक्षित इलाके में हुई, जो और भी चिंताजनक है। कोलाबा, जहां से महिला ने टैक्सी ली थी, पर्यटकों और स्थानीय लोगों से भरा हुआ इलाका है। लेकिन रात के समय सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी कम हो जाती है, जिसका फायदा असामाजिक तत्व उठाते हैं।

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। डीसीपी जोन 8 ने कहा कि वे न केवल बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए काम कर रहे हैं, बल्कि टैक्सी सेवाओं में सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी कदम उठाएंगे। मुंबई पुलिस ने हाल ही में रात के समय गश्त बढ़ाने और चेकपॉइंट्स की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। इस घटना के बाद कई लोग यह मांग कर रहे हैं कि टैक्सी और राइड-शेयरिंग कंपनियों को अपने ड्राइवरों का कड़ाई से सत्यापन करना चाहिए। एक स्थानीय टैक्सी यूनियन के नेता, विजय राठौर, ने बताया कि ज्यादातर ड्राइवर नियमों का पालन करते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसी हरकतों से पूरे पेशे को बदनाम करते हैं।

यह घटना मुंबई की उन लाखों महिलाओं की कहानी को सामने लाती है, जो हर दिन अपने काम और जिम्मेदारियों के लिए शहर की सड़कों पर निकलती हैं। महिला पायलट, जो एक जिम्मेदार और जोखिम भरे पेशे में हैं, ने अपने साहस से यह दिखाया कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने ड्राइवर को तो पकड़ लिया, लेकिन अब सवाल यह है कि क्या बाकी आरोपी पकड़े जाएंगे और क्या ऐसी घटनाएं रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

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