Political Battle Over Election Slogans: भारतीय राजनीति में इन दिनों एक नई बहस छिड़ी हुई है, जो नारों और बयानों की जंग में तब्दील हो गई है। भाजपा विरोधी बयान (BJP Opposition Statement) के माहौल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नागपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी। आइए जानते हैं इस राजनीतिक संग्राम की पूरी कहानी।
नारों की राजनीति और समाज पर प्रभाव
महाराष्ट्र की धरती पर भाजपा विरोधी बयान (BJP Opposition Statement) का नया अध्याय शुरू हुआ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर खरगे ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे नारे समाज में विभाजन पैदा करते हैं। खरगे ने याद दिलाया कि कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने देश की एकता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग वास्तव में देश को एकजुट देखना चाहते हैं, वे कभी भी इस तरह की विभाजनकारी बातें नहीं करेंगे। खरगे ने आरएसएस पर भी निशाना साधा और कहा कि संगठन ऐसे नारों का समर्थन करके समाज में विभाजन को बढ़ावा दे रहा है।
एकता और विभाजन का द्वंद्व
चुनावी नारों पर सियासी घमासान (Political Battle Over Election Slogans) तब और गहरा हो गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धुले में अपनी रैली के दौरान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के बीच एकता का संदेश देते हुए कहा ‘एक हैं तो सेफ हैं’। खरगे ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा को पहले यह तय करना चाहिए कि वह किस नारे का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ विभाजन का नारा और दूसरी तरफ एकता का संदेश, यह दोहरी नीति जनता को भ्रमित कर रही है।
विदर्भ में राजनीतिक समीकरण
विदर्भ क्षेत्र की राजनीति पर बोलते हुए खरगे ने महा विकास आघाडी की मजबूत स्थिति का दावा किया। उन्होंने बिना नाम लिए विदर्भ के दो प्रमुख भाजपा नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कुर्सी बचाने के लिए क्षेत्र के विकास की अनदेखी की। खरगे ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने बड़ी परियोजनाओं को गुजरात जाने से नहीं रोका, जिससे विदर्भ का विकास प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि विदर्भ की 62 विधानसभा सीटों पर MVA की स्थिति मजबूत है और गठबंधन पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रहा है।
संविधान की लाल प्रति और राजनीतिक विवाद
संविधान की लाल कवर वाली प्रति को लेकर मचे विवाद पर खरगे ने एक नया मोड़ दिया। उन्होंने एक तस्वीर दिखाकर साबित किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ऐसी ही प्रति भेंट की थी। खरगे ने कहा कि राहुल गांधी जनसभाओं में संविधान की लाल प्रति दिखाकर लोगों को संविधान के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या संविधान की लाल कवर वाली प्रति दिखाना कोई अपराध है?
भाजपा पर आरोप और चुनावी वादे
खरगे ने भाजपा पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए कई मुद्दे उठाए। उन्होंने विदेश में जमा काले धन को वापस लाने, रोजगार सृजन, किसानों की आय दोगुनी करने और नोटबंदी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा। खरगे ने कहा कि भाजपा कांग्रेस की कल्याणकारी योजनाओं की नकल कर रही है। उन्होंने चुनौती दी कि भाजपा बताए कि पिछले 11 वर्षों में उसने क्या किया है। खरगे ने दावा किया कि कांग्रेस के 55 साल के शासन में देश ने तरक्की की है।
महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़
खरगे ने महाराष्ट्र की राजनीति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य को विकास के रास्ते पर वापस लाने के लिए एक अच्छी सरकार की जरूरत है। MVA गठबंधन की मजबूती का दावा करते हुए खरगे ने कहा कि विरोधी इस गठबंधन में फूट डालने में सफल नहीं होंगे। उन्होंने 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में MVA की जीत का भरोसा जताया।
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