भारत की जनसंख्या: भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है, और यह अगले कुछ दशकों तक ऐसा ही रहेगा। भारत की जनसंख्या 2060 के दशक के मध्य में अपने चरम पर होगी। वर्तमान में, भारत के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 31 ने अपनी प्रजनन दर को 2.1 पर स्थिर कर लिया है, जो कि जनसंख्या को स्थिर बनाए रखने के लिए उपयुक्त दर है।
सरकार की पहल
विश्व जनसंख्या दिवस पर, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि उच्च प्रजनन दर वाले राज्यों के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। जेपी नड्डा ने बताया कि स्वस्थ भारत का सपना तभी पूरा हो सकता है जब परिवार छोटे हों।
1950 में भारत का कुल प्रजनन दर (TFR) 6.18 था, जो 1980 तक 4.6 हो गया। 2021 में यह घटकर 1.91 रह गया। एक अध्ययन के अनुसार, 2050 तक यह 1.29 हो सकता है, जो जनसंख्या स्थिरता के लिहाज से बहुत कम है।
उच्च प्रजनन दर वाले राज्य
कुछ राज्य अभी भी उच्च प्रजनन दर के साथ संघर्ष कर रहे हैं:
- बिहार: 3.0
- मेघालय: 2.9
- उत्तर प्रदेश: 2.4
- झारखंड: 2.3
- मणिपुर: 2.2
निम्न प्रजनन दर वाले राज्य
दूसरी ओर, कुछ राज्यों ने प्रजनन दर को बहुत कम कर लिया है:
- सिक्किम: 1.1
- गोवा: 1.35
- लद्दाख: 1.35
- लक्षद्वीप: 1.38
- चंडीगढ़: 1.39
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जनसंख्या 2060 के दशक की शुरुआत में लगभग 1.7 अरब तक पहुंच जाएगी और फिर 12 प्रतिशत की कमी आएगी। इसके बावजूद, भारत इस शताब्दी के अंत तक सबसे अधिक आबादी वाला देश बना रहेगा। वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2024 रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले 50-60 वर्षों के दौरान दुनिया की जनसंख्या बढ़ती रहेगी और 2080 के दशक के मध्य तक यह लगभग 10.3 अरब तक पहुंच जाएगी।
विशेषज्ञों की राय
जनसंख्या विशेषज्ञ मनु गौड़ का कहना है कि भारत की बढ़ती जनसंख्या हमारे पिछले सरकारों की नीतियों की असफलता को दर्शाती है। भारत को जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक नई नीति बनानी चाहिए। 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है, इसलिए हमें ताजा आंकड़ों की जरूरत है।
पाकिस्तान की स्थिति
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 30 वर्षों में पाकिस्तान दुनिया का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। पाकिस्तान की जनसंख्या 251 मिलियन से बढ़कर 2054 में 389 मिलियन हो जाएगी, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और इंडोनेशिया से भी अधिक होगी।
इस प्रकार, भारत की जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों में कुछ राज्य सफल हो गए हैं, लेकिन कुछ राज्य अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। सरकार और विशेषज्ञों का मानना है कि इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए।
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