Contribution of Parsi community: रतन टाटा का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार रात देहांत हो गया, जिससे पूरे भारत में शोक की लहर दौड़ गई है। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन और भारत के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) का देश के विकास में अतुल्य योगदान रहा है। टाटा पारसी समुदाय (Parsi Community) से आते हैं, जो अपनी मेहनत और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। यह जानना रोचक होगा कि इस छोटे से समुदाय ने कैसे भारत की तकदीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पारसी समुदाय का भारत में आगमन
पारसी धर्म (Zoroastrianism) दुनिया के प्राचीन धर्मों में से एक है, जिसकी स्थापना पैगंबर जरथुस्त्र ने लगभग 3500 साल पहले ईरान में की थी। जब इस्लाम धर्म का आगमन हुआ, तब सातवीं शताब्दी में अरबों ने ईरान पर विजय प्राप्त की और ज़रथुष्ट्र धर्म के अनुयायियों ने या तो इस्लाम कुबूल किया या देश छोड़ दिया। इन भागने वाले लोगों में से कुछ गुजरात के नवसारी में आकर बस गए। समय के साथ, पारसी समुदाय ने व्यापार और उद्योग में अपनी पहचान बनाई, और भारत में उनकी संख्या आज लगभग एक लाख के करीब है, जिसमें से 70% मुम्बई में रहते हैं।
Contribution of Parsi community: व्यापार में पारसियों की कामयाबी
पारसी समुदाय ने अपने संघर्षों के बावजूद भारत में व्यापारिक दुनिया में नई ऊँचाइयाँ छू लीं। मेहनत और समर्पण के साथ, उन्होंने न केवल खुद को स्थापित किया, बल्कि भारत के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टाटा, गोदरेज, और पूनावाला जैसे नाम सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े माने जाते हैं।
- पालोंजी मिस्त्री (Pallonji Mistry) – इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन के दिग्गज, जिनकी संपत्ति 2022 में 19 अरब डॉलर के करीब बताई जाती थी। उनकी कंपनी शापोरजी पल्लोनजी समूह का भारत के निर्माण उद्योग में बड़ा योगदान है।
- आदि गोदरेज (Adi Godrej) – गोदरेज समूह के अध्यक्ष, जिनकी संपत्ति इस समय लगभग 2.5 अरब डॉलर है। उन्होंने भारतीय उद्योग जगत में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं।
- सायरस पूनावाला (Cyrus Poonawalla) – सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के मालिक, जिनकी संपत्ति करीब 12.5 अरब डॉलर है। कोरोना महामारी के दौरान उनकी कंपनी ने वैक्सीन निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- नुसली वाडिया (Nusli Wadia) – वाडिया समूह के प्रमुख, जिनकी संपत्ति करीब 7.30 अरब डॉलर है। उनका समूह गो एयर, ब्रिटानिया, और बॉम्बे डाइंग जैसी कंपनियों का संचालन करता है।
रतन टाटा: एक परोपकारी उद्योगपति
रतन टाटा का नाम भारतीय व्यापार जगत में एक सम्मानित स्थान रखता है। हालांकि रतन टाटा (Ratan Tata) की संपत्ति देश के सबसे अमीर पारसियों में टॉप-3 में नहीं थी, लेकिन उन्होंने टाटा समूह को एक नई ऊंचाई तक पहुँचाया। उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा परोपकार के कामों में लगाया गया, जिससे वे एक अद्वितीय उद्योगपति के रूप में उभरे। रतन टाटा को पद्म विभूषण और पद्म भूषण जैसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त हुए हैं।
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