आज, 10 जुलाई 2024, भारतीय क्रिकेट टीम के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 10 जुलाई 1949 को बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था। उनके माता-पिता का नाम मीनल गावस्कर और मनोहर गावस्कर है। उनके भाई-बहनों में कविता विश्वनाथ और नूतन गावस्कर शामिल हैं। 1974 में सुनील ने मार्शनील गावस्कर से शादी की थी, और उनके बेटे का नाम रोहन गावस्कर है, जो भी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेले हैं, लेकिन अपने पिता की तरह सफलता हासिल नहीं कर पाए।
1983 वर्ल्ड कप और गावस्कर की भूमिका
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) 1983 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे। हालांकि, टूर्नामेंट के दौरान उनका प्रदर्शन उनके कद के अनुसार नहीं रहा। उन्होंने 6 मैचों में केवल 59 रन बनाए। लेकिन, एक अद्भुत बात ये थी कि जब भी गावस्कर टीम में खेले, भारत ने मैच जीते। इस कारण से उन्हें टीम के लिए लकी चार्म माना गया।
महत्वपूर्ण मुकाबले और योगदान
1983 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ गावस्कर की सर्वश्रेष्ठ पारी देखने को मिली। उन्होंने श्रीकांत के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 46 रन जोड़े और भारत को 214 रनों का लक्ष्य हासिल करने में मदद की। इस मुकाबले में गावस्कर ने 25 रन बनाए थे। फाइनल में, वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 2 बेहतरीन कैच पकड़े, जो लैरी गोम्स और मैल्कम मार्शल के थे, जिससे टीम इंडिया की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
टीम के लिए लकी चार्म
गावस्कर के बल्लेबाजी प्रदर्शन के बावजूद, जब भी उन्होंने मैच खेले, भारत जीतता रहा। पहले दो मैचों में उन्होंने 19 और 4 रन बनाए, और भारत ने वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत दर्ज की। जब गावस्कर को टीम से बाहर किया गया और दिलीप वेंगसकर को शामिल किया गया, तब भारत को ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। लेकिन वेंगसकर के चोटिल होने के बाद गावस्कर की वापसी हुई, और भारत ने अपने बाकी सभी मैच जीते।
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का 1983 वर्ल्ड कप में प्रदर्शन भले ही उनकी क्षमता के अनुसार नहीं रहा हो, लेकिन उनकी उपस्थिति टीम के लिए शुभ साबित हुई। उनके योगदान और टीम में उनकी भूमिका ने भारत को विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई। उनके जन्मदिन पर, उनके खेल और उनकी विरासत को याद करना और सराहना करना बेहद महत्वपूर्ण है।
ये भी पढ़ें: ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए तैयार हुआ खास डिवाइस, नर्व डैमेज से करेगा बचाव