मुंबई

हद है! 200 मीटर सड़क खोदकर तांबा चुरा ले गए चोर, BMC वर्कर बनकर ऐसे दिया धोखा

हद है! 200 मीटर सड़क खोदकर तांबा चुरा ले गए चोर, BMC वर्कर बनकर ऐसे दिया धोखा

मुंबई पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिन्होंने लोगों को इतना बेवकूफ बनाया कि कोई सोच भी नहीं सकता. ये चोर दादर इलाके में बीएमसी (BMC) वर्कर बनकर घुसे और करीब 200 मीटर लंबी सड़क और फुटपाथ को ही खोदकर ले गए!

बारिश का फायदा उठाते चोर (Taking Advantage of Monsoon Season)

दरअसल, ये चोरी उस वक्त हुई जब बारिश का मौसम करीब आ रहा था. ऐसे में इलाके में रहने वाले लोगों को लगा कि ये तो शायद बीएमसी का कोई जरूरी काम चल रहा है. आमतौर पर बारिश से पहले सड़कों की मरम्मत का काम होता ही है. लेकिन उन्हें कहां पता था कि ये उनकी आंखों में धूल झोंकने का नाटक है.

चालाकी से चुराए तांबे के तार (Cleverly Stealing Copper Cables)

ये चोर इतने शातिर थे कि उन्होंने असली बीएमसी वर्कर की तरह सड़क खोदने का पूरा इंतजाम कर लिया था. उन्होंने बैरिकेड्स लगा दिए, जिनपर लिखा था कि बीएमसी का काम चल रहा है. ताकि कोई शक ना करे. ऊपर से ये रात के अंधेरे में काम करते थे. किसी को शक ना हो इसलिए उन्होंने कोई मशीन इस्तेमाल नहीं की बल्कि हाथ से ही कुदाल-फावड़े से खुदाई की.

लैंडलाइन बंद होने से हुआ खुलासा (Landline Issues Exposed the Theft)

ये सारी चालाकी तब काम नहीं आई जब पूरे इलाके में लोगों के लैंडलाइन फोन बंद होने लगे. जब जांच की गई तो पता चला कि सड़क के नीचे से टेलीफोन के लिए इस्तेमाल होने वाले तांबे के तार ही गायब हैं. तारों की कीमत करीब 6.80 लाख रुपये बताई जा रही है. इसके बाद MTNL की तरफ से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई.

सीसीटीवी और मुखबिर की मदद से पकड़े गए चोर (Caught With CCTV and Informers Help)

मातुंगा पुलिस ने इस मामले की जांच की. सबसे पहले तो उन्होंने इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. साथ ही मुखबिरों से भी जानकारी जुटाई गई. इसी दौरान पुलिस को कुछ संदिग्धों के बारे में पता चला. कुछ दिनों की मेहनत के बाद पुलिस ने छह चोरों को गिरफ्तार कर लिया. इन चोरों के पास से चोरी का 184 किलो तांबा भी बरामद हुआ है. पुलिस ने बताया कि इन चोरों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया.

इस मामले ने ये तो बता ही दिया है कि चोर कितने शातिर हो सकते हैं. ये घटना ये भी सीख देती है कि हमें अपने आसपास हो रही गतिविधियों पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए था. अगर लोगों को ये जरा सी भी शंका होती कि ये बीएमसी का असली काम नहीं है, तो शायद ये चोरी इतनी आसानी से नहीं हो पाती.

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