BJP’s New Winning Strategy: आज की राजनीति में एकता का संदेश एक नया मोड़ ले रहा है। महाराष्ट्र की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो नया नारा दिया है, वह सिर्फ एक नारा नहीं बल्कि पार्टी की रणनीति का एक बड़ा हिस्सा है। एकता का मास्टर प्लान (Unity Master Plan) के तहत भाजपा हर वर्ग और समुदाय को एक साथ लाने की कोशिश कर रही है।
समाज को जोड़ने का अभियान
मोदी जी ने महाराष्ट्र के बीड में अपनी रैली के दौरान एक ऐसा संदेश दिया, जिसने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने कहा, “एक हैं तो सेफ हैं।” यह नारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगे तो कटोगे’ से मिलता-जुलता है। एकता का मास्टर प्लान (Unity Master Plan) के तहत भाजपा ने पिछले कई महीनों से समाज के हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश की है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी विजयादशमी के मौके पर कार्यकर्ताओं को दलित बस्तियों में जाने और उनसे संवाद बढ़ाने की सलाह दी।
चुनावी समीकरणों का नया गणित
हरियाणा के चुनाव में भाजपा को मिली सफलता ने पार्टी को एक नई दिशा दिखाई है। वहां दलित और ओबीसी मतदाताओं का समर्थन पार्टी के लिए गेम चेंजर साबित हुआ। अब भाजपा की जीत की नई रणनीति (BJP’s New Winning Strategy) के तहत महाराष्ट्र में भी इसी फॉर्मूले को दोहराया जा रहा है। पार्टी ने बौद्ध धर्म को मानने वाले दलितों के लिए किरेन रिजिजू को आगे किया है, जो उनसे सीधा संवाद कर रहे हैं।
मराठा आंदोलन और भाजपा की रणनीति
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। ऐसे में भाजपा एक संतुलित रणनीति अपना रही है। पार्टी ने मराठा समुदाय की मांगों को समझने के साथ-साथ ओबीसी वर्ग की चिंताओं को भी संबोधित किया है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि एकता का संदेश इस मुद्दे पर एक सकारात्मक माहौल बना सकता है।
लोकसभा चुनाव की तैयारी
पिछले लोकसभा चुनाव में अमरावती और औरंगाबाद जैसे कुछ क्षेत्रों में भाजपा को मिली हार से सबक लेते हुए, पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। वोट बैंक के बंटवारे को रोकने के लिए एकजुटता का संदेश दिया जा रहा है। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि यह नई रणनीति 2024 के चुनाव में पार्टी को मजबूत स्थिति में ला सकती है।