देश-विदेश

समुद्र की गहराइयों में छिपा 171 साल पुराना खजाना: बाल्टिक सागर में मिला शाही शैंपेन से लदा जहाज, जो खोल सकता है इतिहास के कई अनसुलझे राज

समुद्र की गहराइयों में छिपा 171 साल पुराना खजाना: बाल्टिक सागर में मिला शाही शैंपेन से लदा जहाज, जो खोल सकता है इतिहास के कई अनसुलझे राज

समुद्र की गहराइयों में छिपे रहस्य हमेशा से लोगों को आकर्षित करते रहे हैं। ऐसा ही एक रहस्य सामने आया है, जब बाल्टिक सागर की गहराई में एक 171 साल पुराना जहाज खोजा गया। यह खोज पोलिश गोताखोरों की एक टीम ने की है, जिन्होंने स्वीडन के तट से लगभग 190 फीट की गहराई में इस जहाज का मलबा ढूंढा। इस खोज ने न केवल इतिहास के पन्नों को खोला है, बल्कि 19वीं सदी के जीवन और व्यापार पर भी नया प्रकाश डाला है।

इस प्राचीन जहाज में कई मूल्यवान वस्तुएं मिली हैं, जिनमें शैंपेन, वाइन, खनिज जल और पोर्सिलीन की वस्तुएं शामिल हैं। ये सभी चीजें 19वीं सदी की हैं, जो उस समय के जीवन और व्यापार के बारे में बहुत कुछ बताती हैं। इस खोज ने इतिहासकारों और पुरातत्वविदों के बीच बड़ी उत्सुकता पैदा कर दी है।

जहाज पर सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाली चीज है वहां मिली शैंपेन की बोतलें। पोलिश गोताखोरों की टीम ने बताया कि जहाज पर 100 से अधिक शैंपेन की बोतलें हैं। यह संख्या अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है। खोजकर्ताओं का मानना है कि यह शैंपेन का शिपमेंट रूसी जार (राजा) के लिए जा रहा था। उस समय शैंपेन एक बहुत ही मूल्यवान और दुर्लभ पेय माना जाता था, जिसका सेवन केवल राजघरानों और अमीर लोगों तक ही सीमित था।

समुद्र की गहराइयों में छिपा 171 साल पुराना खजाना: बाल्टिक सागर में मिला शाही शैंपेन से लदा जहाज, जो खोल सकता है इतिहास के कई अनसुलझे राज

इस खोज को करने वाले पोलैंड के डाइविंग ग्रुप बाल्टिटेक के गोताखोर टोमाज स्टैचुरा ने इस खोज की विशेषता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अपने 40 साल के गोताखोरी के अनुभव में उन्होंने पहली बार इतने ज्यादा माल के साथ किसी जहाज का मलबा देखा है। आमतौर पर, डूबे हुए जहाजों में एक या दो बोतलें मिलना भी बड़ी बात होती है, लेकिन इस जहाज में इतनी सारी बोतलें मिलना वाकई अद्भुत है।

यह खोज एक तरह से संयोग से हुई। गोताखोर वर्षों से डूबे हुए जहाजों की तलाश में समुद्र तल में खोजबीन कर रहे थे। जब दो गोताखोर एक छोटी डाइव के लिए पानी में उतरे, तो वे दो घंटे तक बाहर नहीं निकले। इससे टीम को लगा कि नीचे कुछ बहुत दिलचस्प मिला है। और वाकई, उन्होंने इतिहास का एक अनमोल खजाना खोज निकाला था।

यह जहाज स्वीडन के ओलांद द्वीप से 37 किलोमीटर दूर समुद्र में मिला है। मलबे में मिली बोतलों पर जर्मन कंपनी सेल्टर्स का ब्रांड नाम अंकित है, जो आज भी उत्पादन करती है। यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे जहाज के डूबने का समय अनुमानित किया जा सकता है। खोजकर्ताओं का मानना है कि यह जहाज 1850-1867 के बीच डूबा होगा।

शैंपेन के अलावा, जहाज पर मिला खनिज जल भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह पानी मध्य जर्मनी के एक खनिज झरने का है, जिसे पिछले 800 वर्षों से दुनिया भर में ले जाया जाता रहा है। यह बताता है कि उस समय भी लोग स्वास्थ्य और स्वाद को लेकर कितने जागरूक थे।

इस खोज की एक और दिलचस्प बात यह है कि मिली शैंपेन की बोतलें अभी भी बंद हैं। गोताखोर टोमाज स्टैचुरा ने कहा कि अभी यह देखना बाकी है कि क्या यह शैंपेन अभी भी पीने लायक है या नहीं। अगर यह पीने लायक निकली, तो यह दुनिया की सबसे पुरानी शैंपेन में से एक हो सकती है।

गोताखोर और अंडरवाटर वीडियोग्राफर मारेक काकाज ने बताया कि इस शैंपेन की कीमत उस समय इतनी ज्यादा थी कि इसकी सुरक्षा के लिए पुलिस को तैनात करना पड़ता था। यह बात उस समय के समाज और अर्थव्यवस्था के बारे में बहुत कुछ बताती है।

इस खोज ने न केवल इतिहास के एक अनछुए पहलू को सामने लाया है, बल्कि यह भविष्य के शोध के लिए भी एक नया द्वार खोलती है। इससे हमें 19वीं सदी के व्यापार, नौवहन और समाज के बारे में बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा। यह खोज हमें याद दिलाती है कि समुद्र की गहराइयों में अभी भी कितने रहस्य छिपे हुए हैं, जो हमारे इतिहास और विरासत के बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं।

ये भी पढ़ें: संजय दत्त की जिंदगी का रोलर कोस्टर: कैसे मुंबई के ‘बाबा’ ने हर मुसीबत को मात दी?

You may also like