आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के हैदराबाद स्थित घर पर बुलडोजर चलाने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो गई है। यह घटना ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी हेमंत भोरखड़े से जुड़ी है, जिनका तबादला कर दिया गया है।
क्या था मामला?
नगर निगम के अधिकारियों ने रेड्डी के घर के पास फुटपाथ पर बने एक अवैध निर्माण को गिरा दिया था। यह ढांचा सुरक्षाकर्मियों द्वारा उपयोग में लाया जा रहा था। यह कार्रवाई बिना उच्च अधिकारियों को सूचना दिए की गई थी। इस वजह से रविवार को हेमंत भोरखड़े का तबादला कर दिया गया और उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया।
क्यों की गई थी तोड़फोड़?
जीएचएमसी के एक अधिकारी के अनुसार, यह अवैध निर्माण रेड्डी के लोटस पॉन्ड स्थित आवास के पास फुटपाथ पर था। इस ढांचे को गिराने का कारण यह था कि इससे सड़क से गुजरने वाले लोगों को असुविधा हो रही थी और अतिक्रमण की भी शिकायतें मिली थीं।
क्या हुई कार्रवाई?
रेड्डी के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के 10 दिन बाद यह कार्रवाई की गई थी। लेकिन उच्च अधिकारियों को बिना सूचना दिए तोड़फोड़ करने के कारण हेमंत भोरखड़े का तबादला कर दिया गया। अब उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग को रिपोर्ट करना होगा।
जगन मोहन रेड्डी के आवास पर हुई इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम कितनी सख्त है। हालांकि, उच्च अधिकारियों को सूचना दिए बिना की गई कार्रवाई के कारण संबंधित अधिकारी को परिणाम भुगतने पड़े।