North Korea Russia Soldier Alliance: हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। जानकारी के अनुसार, उत्तर कोरिया (North Korea) ने करीब 10 हजार सैनिक (Ten Thousand Soldiers) यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए रूस भेज दिए हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग ‘पेंटागन’ (Pentagon) की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने इस कदम को लेकर चिंता व्यक्त की है।
उत्तर कोरिया का समर्थन: रूस-यूक्रेन युद्ध में नई भूमिका
पिछले कुछ वर्षों से उत्तर कोरिया और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं। इस बार उत्तर कोरिया ने अपनी सेना (Military) का इस्तेमाल रूस के समर्थन में करने का निर्णय लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर कोरिया के सैनिक (North Korean Soldiers) यूक्रेन के संघर्ष क्षेत्रों में रूस के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। यह स्थिति खासकर अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है।
रक्षा विभाग की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने बताया कि ये सैनिक रूस के उन सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात हैं, जहां यूक्रेनी सेना से सामना किया जा रहा है। इस कदम को लेकर अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने पहले ही सार्वजनिक चेतावनी दी थी कि यदि उत्तर कोरिया रूस सैनिक सहयोग (North Korea Russia Soldier Alliance) को युद्ध में प्रयोग किया गया, तो इसके दूरगामी प्रभाव पड़ सकते हैं।
पेंटागन और नाटो का रुख: बढ़ती अंतर्राष्ट्रीय चिंताएं
पेंटागन ने स्पष्ट रूप से उत्तर कोरिया के इस कदम की निंदा की है। सबरीना सिंह का कहना है कि यह उत्तर कोरिया और रूस के बीच नई तरह का सैन्य सहयोग है, जो न केवल युद्ध की दिशा बदल सकता है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकता है। इसके अलावा, नाटो (NATO) का बयान आया है कि उत्तर कोरिया के सैनिक (North Korean Soldiers) पहले से रूस के कुर्स्क सीमा क्षेत्र में तैनात हैं और जल्द ही उन्हें युद्ध क्षेत्र में उतारा जा सकता है।
इस मुद्दे पर ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया ने भी गंभीर चिंता व्यक्त की है। दक्षिण कोरिया के खुफिया प्रमुख चो ताए-योंग ने भी उत्तर कोरिया द्वारा रूस को सैनिक भेजे जाने की पुष्टि की है और कहा कि ये सैनिक युद्ध में जाने से पहले ड्रोन और अन्य उपकरणों का प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उत्तर कोरिया का दावा: अफवाह या सच्चाई?
उत्तर कोरिया ने इस मामले में अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। इस मामले पर उत्तर कोरिया ने बयान जारी किया था कि अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा फैलाए जा रहे इस तरह के दावे गलत हैं। उत्तर कोरिया का कहना है कि वे किसी भी प्रकार के युद्ध में शामिल नहीं हैं और उनके सैनिक रूस में किसी भी प्रकार की गतिविधियों में भाग नहीं ले रहे हैं। इसके बावजूद, पश्चिमी देशों का मानना है कि उत्तर कोरिया का ये कदम रूस के साथ उसकी गहरी होती सैन्य साझेदारी को दर्शाता है।