मुंबई मेट्रो ने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया है। अब वो अपनी बिजली खुद बनाने वाले हैं! आरे स्टेशन और डिपो की छतों पर बड़े-बड़े सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इससे मेट्रो को काफी सस्ती बिजली मिलेगी और प्रदूषण भी कम होगा।
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRC) ने 2.8 मेगावॉट के सोलर प्लांट का टेंडर निकाला है। इस पूरी प्रोजेक्ट को RESCO मॉडल पर चलाया जाएगा, यानी जो कंपनी टेंडर जीतेगी, वही पूरा सिस्टम लगाने का खर्च उठाएगी। अगले 25 साल तक इस प्लांट की देखभाल भी यही कंपनी करेगी। इसके बदले MMRC उन्हें बिजली के दाम देगी, जैसे हम अपने घरों में बिजली का बिल भरते हैं।
इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में एक साल लगेगा, और फिर 25 साल तक मेंटेनेंस चलेगा। इच्छुक कंपनियां 25 अप्रैल तक अपने टेंडर डाल सकती हैं। इससे मुंबई मेट्रो का काफी पैसा बचेगा और कार्बन उत्सर्जन भी घटेगा। मुंबई के कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का काम भी तेज़ी से चल रहा है।