पौधों के जीवाश्मों (Fossils) के जरिए वैज्ञानिक हर बार कुछ नया और चौंकाने वाला खोजते हैं। लेकिन अमेरिका के उटाह क्षेत्र में मिले 4.7 करोड़ साल पुराने पौधे के जीवाश्म ने तो वैज्ञानिकों को असमंजस में डाल दिया है। यह पौधा, जिसे वैज्ञानिकों ने एलियन पौधा (Alien Plant) कहा, आज के किसी भी पौधे से मेल नहीं खाता। यह खोज न केवल वनस्पति विज्ञान (Botany) में बड़ा बदलाव ला सकती है, बल्कि पौधों के विकास और उनकी विविधता को भी नए दृष्टिकोण से समझा सकती है।
नई खोज की शुरुआत
1969 में, वैज्ञानिकों को उटाह के ग्रीन रिवर फॉर्मेशन इलाके में पुराने पौधे के कुछ हिस्से मिले थे। उस समय, वे सिर्फ पत्तियों का अध्ययन कर सके थे। इसे ओथनियोफायटन एलॉन्गैटम (Ostrynophyllum elongatum) नाम दिया गया। वैज्ञानिकों ने इसे गिंसेंग जैसे पौधों के परिवार से जोड़ने की कोशिश की। लेकिन हाल ही में मिले जीवाश्म ने उनकी सोच को पलट दिया।
नया नमूना सिर्फ पत्तियों तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें फल, फूल और टहनी भी जुड़ी हुई मिली। यह बात हैरान करने वाली थी, क्योंकि आधुनिक पौधों में ऐसा नहीं होता। यह पौधा आज के किसी भी पौधे से बिल्कुल अलग दिखता था और इसके कोई ज्ञात रिश्तेदार नहीं मिले।
क्यों अलग था यह पौधा?
इस पौधे की सबसे खास बात यह थी कि इसकी पत्तियां सीधे टहनी से जुड़ी थीं। इसके अलावा, फूल और फल का आकार भी अलग था। वैज्ञानिकों ने पाया कि यह पौधा किसी भी आधुनिक प्रजाति के परिवार से मेल नहीं खाता।
विशेषज्ञों ने आज के पौधों के 400 से ज्यादा परिवारों में इसकी तुलना की, लेकिन कोई समानता नहीं मिली। यहां तक कि यह प्राचीन विलुप्त प्रजातियों के साथ भी मेल नहीं खाता।
इस खोज का महत्व
यह खोज न केवल एक अनोखे पौधे की कहानी बताती है, बल्कि यह पौधों की विविधता और विकास के बारे में भी नई जानकारी देती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पौधा 6.5 करोड़ साल पहले के पौधों से भी ज्यादा पुराना और जटिल हो सकता है।
जैसे आम, काजू और ज़हरीले पौधे एक ही परिवार से हैं, लेकिन दिखने में बिल्कुल अलग होते हैं, वैसे ही यह पौधा उन विलुप्त प्रजातियों की ओर इशारा करता है, जो समय के साथ गायब हो गईं।
विज्ञान में बदलाव की संभावना
फ्लोरिडा म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री के वैज्ञानिकों ने इस जीवाश्म पर दशकों तक अध्ययन किया। उनकी नई खोज इस बात का प्रमाण है कि वनस्पति विज्ञान में अभी भी बहुत कुछ समझने और खोजने की गुंजाइश है।
एनल्स ऑफ बॉटनी (Annals of Botany) में प्रकाशित इस शोध ने यह दिखाया है कि प्राचीन पौधे न केवल आज के पौधों से अलग थे, बल्कि उनके इकोसिस्टम के काम करने का तरीका भी बिल्कुल अनोखा था।
क्या सिखाता है यह जीवाश्म?
यह खोज यह समझने में मदद करती है कि जीवन के विकास में पौधों ने कैसे और क्यों बदलाव किए। यह हमें याद दिलाती है कि प्रकृति कितनी विविध और अद्भुत है।
नई तकनीकों और उन्नत शोध के जरिए, वैज्ञानिक प्राचीन पौधों और उनके इकोसिस्टम के बारे में अधिक जान सकते हैं। यह हमें यह भी दिखाता है कि जीवन के रहस्यों को समझने के लिए वैज्ञानिकों को अभी भी कितनी मेहनत करनी है।
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