Bengal teacher recruitment scam: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में, कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया है जिसके अनुसार 25,000 से अधिक राज्य-नियुक्त शिक्षकों को अपनी नौकरी खोनी पड़ेगी। यह फैसला ममता सरकार के लिए एक बड़ा झटका है। हाईकोर्ट ने State Level Selection Test-2016 (SLST) के माध्यम से हुई सभी नियुक्तियों को रद्द कर दिया है।
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता पार्थ चटर्जी, जो ममता बनर्जी की कैबिनेट में शिक्षा मंत्री थे, को 23 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया गया। हाईकोर्ट ने नई भर्तियों के लिए 15 दिनों के भीतर प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा दोनों ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी है।
इस घोटाले में याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि कम अंक वाले उम्मीदवारों को मेरिट लिस्ट में ऊपरी स्थान दिया गया था और कुछ मामलों में तो उन उम्मीदवारों को भी नौकरी दी गई थी, जिनका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं था। इसके अलावा, कुछ ऐसे भी उम्मीदवार थे जिन्होंने टीईटी परीक्षा भी पास नहीं की थी, जबकि राज्य में शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी की परीक्षा पास होना अनिवार्य है। इस फैसले के बाद चुनावी माहौल में बवाल देखने को मिल सकता है और ये सभी टीचर सड़कों पर उतर सकते हैं।
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