Mumbai ONTV News: राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने शनिवार को ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल परियोजना को मंजूरी दे दी है। ये परियोजना मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) द्वारा लागू की जाएगी और इसका उद्देश्य ठाणे और मुंबई के बीच की यात्रा को कम करना है।
एमएमआरडीए कमिश्नर डॉ. संजय मुखर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में इस मंजूरी को इस वाटरशेड परियोजना की शुरुआत में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने लिखा, “आपको ये बताते हुए खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने ठाणे बोरीवली ट्विन टनल को मंजूरी दे दी है। ये इस वाटरशेड परियोजना का काम शुरू करने में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”
Happy to inform that the National Board of Wildlife has granted approval to the #Thane #Borivalli Twin #Tunnel. This marks an important milestone in starting work of this watershed #project#RebootingMumbai #ReshapingMMR #MumbaiIsUpgrading #MMRDA #UrbanTransformation pic.twitter.com/E3ZqOAriWR
— Dr. Sanjay Mukherjee (@DrSanMukherjee) February 3, 2024
बता दें कि ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल परियोजना में 10.25 किमी लंबी दोहरी सुरंग और 1.55 किमी लंबा जंक्शन शामिल है। इसकी लागत लगभग 11,235 करोड़ रुपये है। इस परियोजना के लिए संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (एसजीएनपी) के अंदर 10.8 किमी की दो सड़क सुरंगों और दोनों छोर पर पहुंच सड़कों का निर्माण करना होगा। ये यात्रियों को एक छोटा मार्ग प्रदान करेगा और उन्हें वर्तमान में उपयोग किए जाने वाले भीड़भाड़ वाले मार्ग से बचने में मदद करेगा। (Mumbai ONTV News)
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इस परियोजना का लक्ष्य ठाणे से मुंबई के पश्चिमी उपनगरों तक यात्रा के समय को 60 मिनट से घटाकर 15-20 मिनट करना है। ट्विन सुरंग हरे-भरे एसजीएनपी के नीचे से गुजरेगी जिसके लिए एमएमआरडीए अपनी जैव विविधता या इसके वनस्पतियों और जीवों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए विशेष सावधानी बरत रहा है। जानकारी हो कि एसजीएनपी में तेंदुए, चित्तीदार हिरण, सांभर, सिवेट, विभिन्न प्रकार के बंदर, भारतीय उड़ने वाली लोमड़ी, अजगर और अन्य साँप, मगरमच्छ सहित बड़े और छोटे सरीसृप, पक्षी, कीड़े, हजारों पौधों की प्रजातियाँ, आदि पाए जाते हैं।
इसके लिए, एमएमआरडीए टनल बोरिंग मशीनें (टीबीएम) तैनात करेगी – जो मुंबई मेट्रो परियोजनाओं के भूमिगत खंडों की खुदाई के लिए तैनात की गई मशीनों के समान हैं – ताकि 87-वर्ग किमी एसजीएनपी में वन्यजीवों को कम से कम परेशानी हो। राज्य में पहली अंतर-जिला सड़क सुरंग परियोजना, इसमें 16.54 हेक्टेयर निजी और 40.46 हेक्टेयर एसजीएनपी भूमि का अधिग्रहण होगा और ये मुंबई में बोरीवली WEH को ठाणे की ओर टिकुजी-नी-वाडी से जोड़ेगी। (Mumbai ONTV News)
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