बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हमले के आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद को बुधवार को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया। लेकिन कोर्ट तक पहुंचने से पहले ही एक अजीबो-गरीब घटना घटी। जब पुलिस उसे वैन में लेकर जा रही थी, तो पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर ही गाड़ी खराब हो गई। पुलिस ने गाड़ी को धक्का देकर स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन जब ये संभव नहीं हुआ, तो आरोपी को तुरंत दूसरी गाड़ी में शिफ्ट कर कोर्ट पहुंचाया गया।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी
बांद्रा कोर्ट में पेशी के दौरान अदालत ने आरोपी शरीफुल इस्लाम को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया कि यदि भविष्य में कोई नई जानकारी सामने आती है, तो आरोपी की हिरासत को लेकर पुनः समीक्षा की जा सकती है।
पुलिस ने शरीफुल इस्लाम के पास से एक हथियार बरामद किया है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी बेहद चालाक है और उसने अपराध को अंजाम देने से पहले गहन रेकी की थी। बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले वो कोलकाता में रह रहा था, इसलिए पुलिस की एक टीम अब कोलकाता जाकर उसकी पृष्ठभूमि की जांच कर रही है।
शरीफुल इस्लाम ने बदला था नाम, बांग्लादेशी नागरिक होने का शक
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी बांग्लादेशी नागरिक है और वो अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर चुका था। उसने अपनी पहचान छुपाने के लिए भारत में अपना नाम बदलकर ‘बिजॉय दास’ रख लिया था।
घटना 16 जनवरी की रात करीब 2 बजे की है, जब आरोपी 12वीं मंजिल पर स्थित सैफ अली खान के घर में घुस गया और अभिनेता पर चाकू से छह बार हमला किया।
एफआईआर और पुलिस जांच में विरोधाभास?
आरोपी के वकील संदीर शेरखाने ने इस मामले में कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि पुलिस ने कोई नया कारण नहीं बताया, इसलिए अतिरिक्त पुलिस हिरासत नहीं दी गई। वकील के अनुसार, एफआईआर में ‘हेक्सा ब्लेड’ का उल्लेख किया गया था, लेकिन पुलिस ने चाकू जब्त किया है, जिससे जांच में विरोधाभास सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस उचित कारण पेश करती है, तो वो दोबारा हिरासत की मांग कर सकती है। फिलहाल, आरोपी की जमानत के लिए सेशन कोर्ट में आवेदन करने की प्रक्रिया जारी है।
आरोपी की तस्वीर फेशियल रिकग्निशन के लिए भेजी गई
पुलिस का मानना है कि आरोपी ने पूरी वारदात को बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया। उसने पहले घर की रेकी की और फिर पूरी तैयारी के साथ हमले को अंजाम दिया। आरोपी की तस्वीर का नमूना चेहरे की पहचान (फेशियल रिकग्निशन) के लिए भेजा गया है ताकि उसकी पहचान को पुख्ता किया जा सके।
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