राजस्थान की एक महिला सरपंच, नीरू यादव, जिन्हें ‘हॉकी वाली सरपंच’ के नाम से जाना जाता है, ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेकर भारत का नाम रोशन किया है।
दरअसल नीरू यादव, झुंझुनू जिले की लंबी अहीर पंचायत की सरपंच हैं। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है, जिसकी वजह से उन्हें यूएन की इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।
यूएन में नीरू यादव ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में नीरू यादव ने बताया कि कैसे उन्होंने महिलाओं को हॉकी खेलने के लिए प्रेरित किया और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए अपने क्षेत्र में किए गए प्रयासों के बारे में भी बताया।
‘हॉकी वाली सरपंच’ के नाम से मशहूर नीरू यादव ने अपने पंचायत क्षेत्र में महिलाओं की हॉकी टीम तैयार की और उन्हें प्रशिक्षण देने के लिए कोच की व्यवस्था की। इसके लिए उन्होंने अपना वेतन तक खर्च कर दिया। उनकी ये टीम कई प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है, जिसके कारण उन्हें ‘हॉकी सरपंच’ के नाम से जाना जाता है।
महिलाओं और किसानों के लिए काम:
नीरू यादव महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही हैं। उन्होंने अपने पंचायत समिति क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एफपीओ भी खोला है। अब उनकी इच्छा है कि उनके पंचायत समिति में कुछ बैंकों की शाखाएं भी खोली जाएं।
नीरू यादव की कहानी एक प्रेरणा है। ये दिखाती है कि अगर इरादे नेक हों और जुनून हो तो मुश्किल से मुश्किल काम भी आसान हो सकता है। उनका काम न सिर्फ महिलाओं के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक मिसाल है।
नीरू यादव ने अपनी ग्राम पंचायत को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए गांव में ही एक बर्तन बैंक की स्थापना की है। इससे लोगों को शादी और दूसरे कार्यक्रमों में मुफ्त स्टील के बर्तन मिल जाते हैं।
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