आपको थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन ये सच है। शेयर मार्केट इन दिनों खूब फल-फूल रहा है और इसमें पैसा लगाने वालों में सबसे आगे तथाकथित ‘पिछड़े’ राज्य हैं। पिछले साल भर में देश में 4 करोड़ से ज्यादा नए लोगों ने शेयर बाजार में निवेश किया, जिनमें लगभग एक तिहाई बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से हैं।
बता दें कि बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश यानी ‘बीमारू’ राज्यों की पहचान आमतौर पर आर्थिक पिछड़ेपन की रही है। शेयर बाजार में निवेश के मामले में इनकी तुलना में महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे समृद्ध राज्यों में भी उतनी तेज़ी नहीं दिखी!
उत्तर प्रदेश बना नंबर दो
सबसे मज़ेदार बात यह है कि उत्तर प्रदेश में पिछले एक साल में ही 57 लाख से ज्यादा नए लोगों ने शेयर बाजार में निवेश शुरू किया है। इतने निवेशकों के साथ यूपी अब गुजरात को पछाड़कर महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है। वहीं महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा, यानी करीब 3.19 करोड़ लोग शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं।
केरल में क्यों फीका है शेयर बाजार?
जहां महाराष्ट्र में 62 लाख से ज्यादा नए निवेशक आए हैं, वहीं केरल में ये संख्या सिर्फ 7 लाख के आसपास है। केरल को एक विकसित और समृद्ध राज्य माना जाता है, तो फिर वहां के लोग शेयर बाजार में पैसा लगाने में हिचकिचा क्यों रहे हैं, ये सोचने वाली बात है।
ये आंकड़े बताते हैं कि आम भारतीयों में बचत और निवेश के प्रति जागरूकता बढ़ी है। शेयर बाजार में लगातार अच्छे रिटर्न ने लोगों को आकर्षित किया है। इंटरनेट और शेयर मार्केट की जानकारी देने वाली ऐप्स ने भी निवेश करना आसान बना दिया है।
पिछले 3 साल में शेयरों में निवेश करने वाले लोगों के डीमैट खातों की संख्या तीन गुना बढ़ी है। शेयर बाजार का सेंसेक्स पिछले साल 20% बढ़ा है। जानकारों का मानना है कि शेयर बाजार में दिलचस्पी और बढ़ेगी।