पंजाब की सेहत पर लगा ग्रहण: पंजाब में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़ा बवाल मचा हुआ है। आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत मुफ्त इलाज पाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्यों मची है इतनी हलचल।
प्राइवेट अस्पतालों ने क्यों लगाई रोक?
पंजाब के प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम वाले बहुत नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि वे अब आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत मुफ्त इलाज नहीं करेंगे। इसकी वजह है सरकार की तरफ से उनके 600 करोड़ रुपये का बकाया। अस्पताल वालों का कहना है कि जब तक सरकार उनका पैसा नहीं देगी, तब तक वे इस योजना के तहत मरीजों का इलाज नहीं करेंगे।
यह फैसला पंजाब के गरीब लोगों के लिए बड़ा झटका है। आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) की मदद से वे बड़े-बड़े अस्पतालों में मुफ्त इलाज करा पाते थे। अब उन्हें अपनी जेब से पैसे खर्च करने पड़ेंगे या फिर सरकारी अस्पतालों का रुख करना होगा।
केंद्र सरकार क्या कह रही है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की गलत नीतियों की वजह से यह हालात बने हैं। नड्डा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल किया है कि उन्होंने अस्पतालों का बकाया क्यों नहीं चुकाया? उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब गरीबों के हित में काम नहीं कर पा रही है।
पंजाब सरकार की आर्थिक हालत
जेपी नड्डा ने एक और बड़ी बात कही है। उनके मुताबिक पंजाब सरकार पिछले साल से ही आर्थिक संकट में है। राज्य पर कर्जा बढ़ता जा रहा है और आमदनी घटती जा रही है। ऐसे में सरकार के पास पैसों की कमी हो गई है। इसलिए वह अस्पतालों का बकाया नहीं चुका पा रही है।
आगे क्या होगा?
अब सवाल यह है कि आगे क्या होगा? क्या पंजाब सरकार जल्द ही अस्पतालों का पैसा चुका देगी? या फिर गरीब लोगों को लंबे समय तक परेशानी झेलनी पड़ेगी? जेपी नड्डा ने भगवंत मान से जल्द से जल्द यह मसला सुलझाने को कहा है। उनका कहना है कि इस योजना से कई गरीब परिवार, खासकर किसान फायदा उठा रहे थे। ऐसे में सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
फिलहाल तो पंजाब के लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई हल निकलेगा और उन्हें फिर से अच्छे अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिल पाएगा। देखना यह है कि सरकार कब तक इस समस्या का समाधान निकालती है।
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