महाराष्ट्र

CBSE के नतीजे आए, कोरोना का असर खत्म, स्कूलों में फिर वही रौनक

CBSE
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CBSE के 10वीं और 12वीं के नतीजे आ गए हैं। इस बार 12वीं के रिजल्ट में बढ़िया उछाल आया है, जबकि 10वीं में थोड़ी गिरावट देखी गई है। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि कोरोना का असर अब स्कूलों से खत्म हो रहा है।

पिछले कुछ सालों में कोरोना महामारी के चलते पढ़ाई पर काफी असर पड़ा था। परीक्षा के तरीके बदले, नंबर बढ़े, लेकिन असली पढ़ाई थोड़ी पीछे छूट गई थी। लेकिन इस साल के रिजल्ट बता रहे हैं कि अब सब कुछ सामान्य हो रहा है।

12वीं के रिजल्ट में सुधार: पुणे रीजन में 12वीं का रिजल्ट पिछले साल के मुकाबले काफी बेहतर रहा है। इस साल पास प्रतिशत 89.78% रहा, जो पिछले साल 87.28% था। मुंबई के स्कूलों के मुताबिक, ये रिजल्ट दिखाते हैं कि अब पढ़ाई पटरी पर लौट रही है।

10वीं में थोड़ी गिरावट: 10वीं के रिजल्ट में पुणे रीजन में थोड़ी गिरावट देखी गई है। इस साल पास प्रतिशत 96.46% रहा, जबकि पिछले साल यह 96.92% था। लेकिन स्कूलों का कहना है कि ये मामूली गिरावट है और चिंता की बात नहीं है।

स्कूलों ने क्या कहा? आर. एन. पोदार स्कूल की प्रिंसिपल अवनीता बीर ने कहा कि इस साल के नतीजे पिछले कुछ सालों के मुकाबले सही हैं। उन्होंने माना कि पेपर थोड़े मुश्किल थे, लेकिन छात्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। बालभारती स्कूल की प्रिंसिपल कल्पना द्विवेदी ने कहा कि इस साल छात्रों को पता था कि उन्हें मेहनत करनी होगी और उन्होंने ऐसा ही किया।

नए पैटर्न के पेपर भी बने चुनौती: शिक्षकों का कहना है कि CBSE बोर्ड के पेपर अब पहले से ज्यादा अप्रत्याशित हो गए हैं। नए पैटर्न के सवालों के कारण छात्रों को हर चीज पढ़नी पड़ रही है। लेकिन फिर भी रिजल्ट संतोषजनक रहे हैं।

कुल मिलाकर, इस साल के CBSE रिजल्ट अच्छे रहे हैं और ये दिखाते हैं कि कोरोना का असर अब स्कूलों से खत्म हो रहा है। छात्रों ने मेहनत की है और अच्छे नंबर हासिल किए हैं।

मुंबई के कई स्कूलों में 90% से ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों की संख्या अच्छी रही है। डीपीएस नेरुल में तो 60% से ज्यादा 12वीं के छात्रों ने 90% से ज्यादा अंक हासिल किए हैं।

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