महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों एक बयान खूब चर्चा बटोर रहा है। राज्य के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने अपने खास चुटीले अंदाज में विकास की रफ्तार को एक विमान से जोड़ा और खुद को उसका पायलट बताया। ये बात उन्होंने अमरावती में एक कार्यक्रम के दौरान कही, जहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी मौजूद थे।
अमरावती हवाई अड्डे का उद्घाटन और शिंदे का बयान
बता दें कि 16 अप्रैल को अमरावती में एक नवनिर्मित हवाई अड्डे और वाणिज्यिक उड़ान सेवा के उद्घाटन समारोह में शिंदे ने ये मजेदार टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब महायुति सरकार सत्ता में थी, तब विकास का विमान तेजी से उड़ान भर रहा था। उस समय वे खुद इस विमान के पायलट थे, जबकि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सह-पायलट की भूमिका में थे। उनके इस बयान ने न सिर्फ मंच पर मौजूद नेताओं को हंसाया, बल्कि ये सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है।
महा विकास आघाड़ी पर साधा निशाना
शिंदे ने अपने भाषण में महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार पर भी परोक्ष रूप से हमला बोला। उन्होंने बताया कि अमरावती हवाई अड्डे की नींव 2014 से 2019 के बीच रखी गई थी, जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे। लेकिन 2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली MVA सरकार के आने के बाद ये परियोजना ठप हो गई। शिंदे ने दावा किया कि 2022 में महायुति सरकार की वापसी के बाद रुके हुए कामों को फिर से गति दी गई और इस हवाई अड्डे का निर्माण तेजी से पूरा हुआ।
पायलट बदले, मगर दिशा वही
शिंदे ने विकास की गति को फिर से शुरू करने का श्रेय अपनी सरकार को देते हुए कहा कि MVA के शासनकाल में कई कल्याणकारी योजनाएं और विकास परियोजनाएं या तो रुक गई थीं या उनकी रफ्तार धीमी हो गई थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब विकास का विमान दोबारा उड़ान पर आया, तब वे पायलट थे और फडणवीस व पवार सह-पायलट। अब भूमिकाएं बदल गई हैं, फडणवीस पायलट हैं और वे दोनों सह-पायलट की भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन उन्होंने ये भी साफ किया कि पायलट भले ही बदल गए हों, विकास का विमान और उसकी दिशा वही है।
महाराष्ट्र की सियासत का मौजूदा समीकरण
महाराष्ट्र की मौजूदा महायुति सरकार में भारतीय जनता पार्टी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं। दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT), शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) और कांग्रेस हैं। शिंदे का ये बयान न सिर्फ उनकी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करता है, बल्कि विपक्ष पर तंज कसने का भी एक तरीका है।
ये बयान निश्चित रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा का विषय बना रहेगा। शिंदे का ये अंदाज न केवल उनकी नेतृत्व शैली को दर्शाता है, बल्कि ये भी दिखाता है कि वे विकास के मुद्दे को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।
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