Maharashtra Crime News: कोल्हापुर के जोतिबा मंदिर की ओर जाने वाले घाट मार्ग पर एक ऐसी घटना घटी, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। एक पति ने अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह के चलते उसकी चाकू से वार कर हत्या कर दी और फिर सोलापुर के फौजदार चावडी पुलिस स्टेशन पहुंचकर अपना गुनाह कबूल कर लिया। इस सनसनीखेज मामले ने न सिर्फ कोल्हापुर, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में चर्चा का माहौल बना दिया है।
क्या है पूरा मामला?
कोल्हापुर के जोतिबा घाट के एक सुनसान इलाके में सचिन चंद्रशेखर राजपूत (34 वर्ष, निवासी: कालबिलागी, तालुका जामखंडी, बागलकोट) ने अपनी पत्नी शुभांगी (28 वर्ष) की चाकू से वार कर हत्या कर दी। सचिन ने ये जघन्य कृत्य अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह के कारण किया। हत्या के बाद, वो मोटरसाइकिल से सोलापुर के फौजदार चावडी पुलिस स्टेशन पहुंचा और उसने पुलिस को बताया, “मैं कोल्हापुर से आया हूं। मैंने अपनी पत्नी पर चाकू से वार किया और उसे घर में बंद कर दिया।”
पुलिस की कार्रवाई
सचिन के इस बयान के बाद फौजदार चावडी पुलिस ने तुरंत कोल्हापुर पुलिस से संपर्क किया। जांच में पता चला कि सचिन और शुभांगी एक साथ बैठकर बात कर रहे थे। इस दौरान सचिन ने शुभांगी के असावधान होने का फायदा उठाया और उसके चेहरे, गले और पेट पर चाकू से कई वार किए। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई कि इस हमले में शुभांगी की मौके पर ही मौत हो गई। सोलापुर पुलिस ने आरोपी सचिन को कोल्हापुर पुलिस के हवाले कर दिया है, जहां इस मामले की गहन जांच शुरू हो चुकी है।
आरोपी सचिन का बैकग्राउंड
सचिन चंद्रशेखर राजपूत बागलकोट जिले का रहने वाला है। वो भारतीय सेना में 8 साल तक अहमदाबाद में तैनात रहा था। लेकिन, एक महिला के साथ कथित अश्लील व्यवहार के कारण उसे सेना से बर्खास्त कर दिया गया था। इस घटना के बाद उसने जोतिबा घाट में इस भयानक वारदात को अंजाम दिया और फिर सोलापुर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
क्या कहती है ये घटना?
ये हादसा न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज में विश्वास और रिश्तों की नींव पर भी सवाल खड़े करता है। चारित्र के संदेह ने एक जिंदगी को खत्म कर दिया और एक परिवार को बिखेर दिया। अब कोल्हापुर पुलिस इस मामले की हर कड़ी को जोड़कर सच का पता लगाने में जुटी है। क्या ये सिर्फ संदेह की वजह से हुआ, या इसके पीछे कोई और कहानी है? जांच के नतीजे जल्द सामने आएंगे।
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