महाराष्ट्र के इस शहर में पिछले हफ्ते हुई हिंसा के बाद अब प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। नागपुर हिंसा (Nagpur Violence) का मास्टरमाइंड माने जाने वाले फहीम खान के घर पर सुबह-सुबह बुलडोजर चल गया। यह खबर सुनते ही लोग हैरान रह गए कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसके चलते प्रशासन को इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा। आइए, इस पूरी कहानी को शुरू से समझते हैं और जानते हैं कि फहीम खान कौन है और यह सब कैसे शुरू हुआ।
सब कुछ 17 मार्च 2025 की शाम से शुरू हुआ। नागपुर के महल इलाके में उस दिन अचानक तनाव फैल गया। दरअसल, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान एक अफवाह फैल गई कि प्रदर्शन में एक हरे रंग का कपड़ा जलाया गया, जिसमें कुरान की आयतें लिखी थीं। यह सुनते ही दूसरा पक्ष सड़कों पर उतर आया। देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए। पत्थरबाजी शुरू हुई, गाड़ियों में आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ मच गई। इस हिंसा में एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए, वहीं कई आम लोग भी चोटिल हुए। शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा और माहौल को शांत करने में कई दिन लग गए।
इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि इस हिंसा के पीछे एक सोची-समझी साजिश थी। पुलिस का कहना है कि फहीम खान नाम का शख्स इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड था। फहीम खान ने न सिर्फ लोगों को भड़काया, बल्कि सैकड़ों लोगों की भीड़ को इकट्ठा कर पुलिस पर हमला करने के लिए उकसाया। उसने कुछ वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर फैलाए, जिसमें उसने भड़काऊ बातें कही थीं। इन वीडियो को देखकर लोग गुस्से में आ गए और सड़कों पर उतर आए। पुलिस ने फहीम को 18 मार्च को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
फहीम खान कोई आम शख्स नहीं है। वह माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष है और नागपुर में अपनी पहचान रखता है। उसने 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, हालांकि उसे हार का सामना करना पड़ा। पेशे से वह बुर्का विक्रेता है और यशोधरा नगर की संजय बाग कॉलोनी में रहता है। उसका घर उसकी पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि फहीम ने पहले से ही हिंसा की योजना बनाई थी। उसने अपने समर्थकों को इकट्ठा किया और गणेशपेठ पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन करवाया। वहां से हालात बिगड़ते चले गए।
अब बात उस बुलडोजर की, जो फहीम खान के घर पर चला। नागपुर महानगरपालिका ने कुछ दिन पहले फहीम के परिवार को नोटिस भेजा था। इस नोटिस में कहा गया था कि उनका घर नियमों को तोड़कर बनाया गया है। घर का कुछ हिस्सा अवैध तरीके से बना था और इसके लिए कोई मंजूरी भी नहीं ली गई थी। फहीम को 24 घंटे का समय दिया गया कि वह खुद इस हिस्से को हटा ले, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। इसके बाद 23 मार्च की सुबह पालिका की टीम बुलडोजर लेकर संजय बाग कॉलोनी पहुंची। वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई बवाल न हो। फिर फहीम खान के घर का अवैध हिस्सा ढहा दिया गया। यह कार्रवाई करीब दो घंटे तक चली और आसपास के लोग इसे देखते रहे।
इस हिंसा के बाद पुलिस ने कुल 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। फहीम खान समेत छह लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हुआ। पुलिस का कहना है कि फहीम ने न सिर्फ हिंसा भड़काई, बल्कि पुलिस पर हमले और महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की घटनाओं को भी अंजाम दिलवाया। उसने सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर अफवाहें फैलाईं और लोगों को गुस्सा दिलाया। जांच में यह भी सामने आया कि हिंसा में इस्तेमाल हुए पत्थर चिटनिस पार्क इलाके से लाए गए थे, जहां मेट्रो का काम चल रहा है।
नागपुर हिंसा (Nagpur Violence) और फहीम खान के घर पर बुलडोजर कार्रवाई (Bulldozer Action on Faheem Khan’s House) की यह घटना आज की युवा पीढ़ी के लिए कई सवाल खड़े करती है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो या बयान कितना खतरनाक हो सकता है, यह इस मामले से साफ हो जाता है। फहीम ने अपने बयानों से न सिर्फ शहर का माहौल बिगाड़ा, बल्कि कई लोगों की जिंदगी पर असर डाला। प्रशासन का यह कदम दिखाता है कि गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी। कोर्ट में फहीम की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है, लेकिन अभी वह जेल में ही है।
यह घटना नागपुर जैसे शांत शहर के लिए एक बड़ा झटका थी। महल इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय भी है, जो हिंसा वाली जगह से ज्यादा दूर नहीं है। फिर भी, इस हिंसा का उससे कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया। प्रशासन ने अब शहर में शांति बहाल कर दी है और कर्फ्यू भी हटा लिया गया है। लेकिन फहीम खान के घर पर बुलडोजर कार्रवाई (Bulldozer Action on Faheem Khan’s House) ने यह संदेश दे दिया है कि नियम तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
#NagpurViolence #FaheemKhan #BulldozerAction #MaharashtraNews #CrimeUpdate
ये भी पढ़ें: Sushant Singh Rajput Case: CBI ने कहा- यह साधारण आत्महत्या का मामला, कोर्ट करेगा अंतिम फैसला!