पापुआ न्यू गिनी में पिछले हफ्ते हुए भूस्खलन में 2,000 से ज्यादा लोग जिंदा दफन हो गए हैं। ये आंकड़ा सरकारी एजेंसियों ने बताया है। वहां के हालात इतने खराब हैं कि बचाव कार्य में काफी मुश्किल आ रही है। हादसे वाली जगह तक पहुंचना भी आसान नहीं है, इसलिए जिंदा बचे लोगों को ढूंढ पाना मुश्किल हो रहा है।
Rescue operations are underway in northern region of Papua New Guinea, where massive landslide has left at least 100 people dead pic.twitter.com/H6Y7nvdf2d
— TRT World Now (@TRTWorldNow) May 24, 2024
कहां हुआ ये हादसा?
ये भूस्खलन देश के उत्तरी हिस्से में एंगा प्रांत के यंबली गांव के पास हुआ है। शुक्रवार को हुए इस हादसे के बाद से ही मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पहले संयुक्त राष्ट्र ने 670 लोगों के मरने का अनुमान लगाया था, लेकिन अब सरकारी एजेंसियों ने इसे बढ़ाकर 2,000 कर दिया है।
कैसी हैं वहां की हालात?
जमीन अभी भी धंस रही है, जिससे बचाव दल और वहां के रहने वालों के लिए खतरा बना हुआ है। आसपास के 4,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। भूस्खलन से 150 से ज्यादा घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं और 250 से ज्यादा घरों को खाली कराना पड़ा है।
बचाव कार्य में क्या दिक्कतें आ रही हैं?
- खतरनाक जमीन: जमीन अभी भी धंस रही है, जिससे बचाव कार्य खतरनाक हो गया है। पानी भी लगातार बह रहा है, जिससे मलबा हटाने में दिक्कत आ रही है।
- दुर्गम इलाका: यंबली गांव एक पहाड़ी इलाके में है, जहां पहुंचना आसान नहीं है। बचाव दल को वहां पहुंचने में काफी समय लग गया।
- आदिवासी हिंसा: इलाके में आदिवासियों के बीच लड़ाई-झगड़े की वजह से भी बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं। सेना को बचाव दल की सुरक्षा के लिए तैनात करना पड़ा है।
अब तक क्या हुआ है?
अब तक सिर्फ 6 शव ही निकाले जा सके हैं। हालांकि, एक अच्छी खबर ये है कि मलबे के नीचे दबे एक दंपति को बचा लिया गया है।
Update: The UN estimates that at least 670 people have died in Papua New Guinea’s massive landslide. Aid workers and villagers are searching for survivors amid dangerous conditions. pic.twitter.com/CemQZ5AnPk
— Volcaholic 🌋 (@volcaholic1) May 26, 2024
सरकार क्या कर रही है?
पापुआ न्यू गिनी की सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है। बचाव कार्य के लिए सेना को लगाया गया है और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
ये हादसा दिखाता है कि प्राकृतिक आपदा कितनी भयानक हो सकती है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द जिंदा बचे लोगों को निकाल लिया जाएगा और प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाई जाएगी।