PMC बैंक घोटाले ने कुछ साल पहले पूरे देश को हिला कर रख दिया था। बैंक के ग्राहकों का पैसा डूबने की कगार पर था। लेकिन अब, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में एक बड़ी कार्रवाई की है। ED ने सिंधुदुर्ग में करोड़ों रुपये की जमीन जब्त की है, जो इस घोटाले से जुड़ी हुई है। इससे हड़कंप मच गया है और घोटाले में शामिल लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
PMC बैंक, यानी पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक, एक सहकारी बैंक है, जिसकी कई राज्यों में शाखाएं थीं। 2019 में सामने आया कि इस बैंक के बड़े अधिकारियों ने मिलकर हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) नाम की कंपनी को भारी मात्रा में कर्ज दे दिया था। यह कर्ज देने के नियमों के खिलाफ था। इतना ही नहीं, बैंक ने इस पूरे लेन-देन का सही हिसाब भी नहीं रखा था। इस घोटाले के कारण बैंक को भारी नुकसान हुआ और हज़ारों ग्राहकों का पैसा खतरे में पड़ गया।
इस पूरे मामले की जांच पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने की थी। बाद में धन-शोधन के आरोपों के तहत, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी जांच शुरू कर दी। ED को अपनी जांच में पता चला कि PMC बैंक का पैसा HDIL कंपनी में लगाया गया था। इस पैसे से रियल एस्टेट से जुड़े कामों के लिए जमीन खरीदी गई थी।
अब जो जमीन ED ने जब्त की है, वह सिंधुदुर्ग जिले में है। इस जमीन की कीमत 52 करोड़ रुपये से ज्यादा है। ED का कहना है कि इस जमीन को खरीदने में भी घोटाले का पैसा इस्तेमाल हुआ था। इसलिए इसपर अब सरकार का कब्ज़ा होगा।
ED की इस कार्रवाई से PMC बैंक घोटाले में डूबे हुए पैसों में से कुछ वापस मिलने की उम्मीद जगी है। इस मामले में HDIL कंपनी के मालिक राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन पहले से गिरफ्तार हैं। हो सकता है कि अब उनपर और भी शिकंजा कसे। इससे आम लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा कि बड़े-बड़े घोटाले करने वाले भी कानून के हाथ से बच नहीं सकते।
जांच में यह भी सामने आया है कि इस घोटाले में कुछ नेताओं और दूसरे बड़े लोगों का भी हाथ हो सकता है। पूरी सच्चाई सामने आने में अभी वक्त लगेगा।
PMC बैंक घोटाले में लाखों जमाकर्ताओं को नुकसान हुआ था। काफी जद्दोजहद के बाद इस बैंक को दूसरे छोटे बैंक के साथ मिला दिया गया है।
ED इस मामले में अबतक 700 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर चुका है।