महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच महाविकास अघाड़ी में सीटों के बंटवारे को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में एक बड़ा ड्रामा देखने को मिला, जब राहुल गांधी ने मुंबई और विदर्भ की सीटों को लेकर नाराजगी जताते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया। सीट शेयरिंग विवाद (Seat Sharing Dispute) ने गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गठबंधन में बढ़ता तनाव
मुंबई और विदर्भ की कई महत्वपूर्ण सीटों को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को देने के प्रस्ताव से कांग्रेस में असंतोष की स्थिति पैदा हो गई है। सीट शेयरिंग विवाद (Seat Sharing Dispute) इतना गंभीर हो गया कि राहुल गांधी ने बैठक के दौरान ही अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बैठक छोड़ दी। सूत्रों के अनुसार, उनका मानना है कि इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के हितों की रक्षा में उचित भूमिका नहीं निभाई।
सीट बंटवारे का पेचीदा गणित
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन चुनाव तनाव (Mahavikas Aghadi Alliance Election Tension) स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। पहले जहां 85-85 सीटों का फॉर्मूला प्रस्तावित था, वहीं अब एक नया समीकरण सामने आया है। नए प्रस्ताव के अनुसार, कांग्रेस को 102 से 104 सीटें, उद्धव ठाकरे की शिवसेना को 90 से 95 सीटें और शरद पवार की एनसीपी को 70 से 75 सीटें मिल सकती हैं।
चुनावी तैयारियों का दौर
इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व मौजूद था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्निथला और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले शामिल थे। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस जल्द ही अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर सकती है।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, जिसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। राज्य में 9.63 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। पहली बार वोट डालने वाले 20.93 लाख नए मतदाता भी इस चुनाव में अपनी भूमिका निभाएंगे। मतदान की सुविधा के लिए राज्य में 1,00,186 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।