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Controversial Statement: शिवसेना (यूबीटी) नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जानें कैसे बिगड़ा राजनीतिक समीकरण और क्या है पूरा मामला

Controversial Statement: शिवसेना (यूबीटी) नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जानें कैसे बिगड़ा राजनीतिक समीकरण और क्या है पूरा मामला
Controversial Statement Against Female Candidateमहाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर मुंबई की राजनीति में एक नया विवाद सामने आया है। विक्रोली से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उम्मीदवार और वरिष्ठ नेता संजय राउत के भाई सुनील राउत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला एकनाथ शिंदे की शिवसेना की महिला उम्मीदवार के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का है, जिसने चुनावी माहौल को और भी गरमा दिया है।

विवादास्पद बयान और उसका प्रभाव

विवादास्पद बयान (Controversial Statement) के चलते मुंबई की राजनीति में भारी हलचल मच गई है। टैगोर नगर, विक्रोली ईस्ट में 27 अक्टूबर को आयोजित एक चुनावी रैली में सुनील राउत ने अपनी प्रतिद्वंद्वी और शिंदे सेना की उम्मीदवार सुवर्णा कराजे के खिलाफ विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हिंदी में कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद से वे देख रहे थे कि उनके खिलाफ कौन खड़ा होगा, टक्कर भी वैसी होनी चाहिए, लेकिन कोई सामने आने की हिम्मत नहीं कर रहा था।

राउत ने आगे कहा कि जब बकरा बनाना ही था, तो बकरी को उनके गले में डाल दिया और अब 20 तारीख को बकरी की कुर्बानी होगी। यह टिप्पणी 67 वर्षीय महिला उम्मीदवार के खिलाफ की गई, जिन्होंने बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। चुनावी विवाद (Election Controversy) ने तब और गंभीर रूप ले लिया जब इस मामले में 4 नवंबर को एफआईआर दर्ज की गई।

विधानसभा चुनाव में राजनीतिक तनाव

विक्रोली विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। दो बार के विधायक सुनील राउत का सामना शिवसेना की सुवर्णा कराजे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के विश्वजीत धोलम से है। इस सीट पर पिछले दो चुनावों से राउत का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार शिवसेना विभाजन के बाद मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

कानूनी कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

महिला उम्मीदवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी (Objectionable Remark Against Female Candidate) के मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 79, 351(2) और 356(2) के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में महिला उम्मीदवारों के प्रति की जाने वाली टिप्पणियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों और समाजिक संगठनों ने इस प्रकार की भाषा की कड़ी निंदा की है।

दूसरा विवादित मामला

यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति में महिला उम्मीदवारों के खिलाफ की जाने वाली टिप्पणियों का दूसरा प्रमुख मामला है। इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत के खिलाफ भी मुंबादेवी से शिंदे सेना की उम्मीदवार शैना एनसी के बारे में की गई विवादित टिप्पणी को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी। सावंत ने शैना एनसी को ‘इम्पोर्टेड माल’ कहा था, जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी।

चुनावी माहौल में बढ़ता तनाव

महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दलों ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। मुंबई में विशेष रूप से शिवसेना के दोनों गुटों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। विक्रोली सीट पर यह विवाद चुनावी माहौल को और भी गरमा सकता है।

पुलिस की सतर्कता

विवाद के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। चुनाव आयोग ने भी सभी राजनीतिक दलों को आचार संहिता का पालन करने और महिला उम्मीदवारों के प्रति सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करने की हिदायत दी है। स्थानीय प्रशासन चुनाव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरत रहा है।

विक्रोली में राजनीतिक समीकरण

विक्रोली विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शिवसेना विभाजन के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है, जिसमें दोनों गुट एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। सुनील राउत के लिए यह अपनी विरासत बचाने का सवाल है, जबकि सुवर्णा कराजे के लिए यह शिंदे गुट की मजबूती का प्रतीक बन गया है।

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