राज ठाकरे का मिशन कामयाब: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों के दौरान महाराज ठाकरे के राजकीय कदम और उनकी वाणी का जादू देखने को मिला। जहां-जहां राज ठाकरे ने महायुति के लिए प्रचार किया, वहीं से महायुति के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
इस लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था। उन्होंने जिन सीटों पर महायुति के उम्मीदवारों का प्रचार किया, वहां से सभी उम्मीदवार विजयी रहे।
राज ने पुणे में बीजेपी प्रत्याशी मुरलीधर मोहाले के लिए जनसभा को संबोधित किया और वहां से मोहाले जीत गए। इसी तरह रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के समर्थन में उन्होंने प्रचार किया और राणे भी विजयी हुए। कल्याण में सीएम शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे के लिए राज की अपील रंग लाई और श्रीकांत भी जीते।
राज ठाकरे की पहचान एक युवा मराठी वक्ता के रूप में है, इसलिए उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें महायुति में शामिल करने की पहल की थी। हालांकि, मुंबई में राज की बड़ी रैली का कोई असर नहीं पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी और राज दोनों ने मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित विशाल सभा को संबोधित किया, लेकिन मुंबई की 6 सीटों में से महायुति केवल 2 पर ही जीत सकी।
इससे साफ है कि मुंबई में महाराज ठाकरे की वाणी चलती नहीं दिखी और वहां उनकी मनसे पार्टी के वोट बैंक से महायुति को लाभ नहीं मिला। लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों में जहां भी राज ने प्रचार किया, वहां महायुति के उम्मीदवारों को सफलता मिली। यह राज की लोकप्रियता और उनकी वाक्पटुता का ही नतीजा है।