मनोज कुमार: फिल्मी दुनिया में कदम रखना और काम पाना शायद उतना मुश्किल नहीं है, जितना इस इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना और स्टारडम हासिल करना। हर साल सैकड़ों लोग बॉलीवुड में हीरो बनने का सपना लेकर आते हैं, लेकिन इस सपने को सच करने के लिए उन्हें कई तरह के संघर्षों से गुजरना पड़ता है। कोई भी नया कलाकार नहीं चाहता कि उसकी पहली फिल्म में उसे लीड रोल की बजाय कोई छोटा-मोटा साइड रोल मिले या फिर अपनी उम्र से बिल्कुल अलग किरदार निभाना पड़े। लेकिन कुछ कलाकार ऐसे भी होते हैं, जो रिस्क लेने से नहीं डरते और अपने अभिनय के दम पर सबको हैरान कर देते हैं। ऐसे ही एक कलाकार थे मनोज कुमार।
90 साल के भिखारी बने थे मनोज कुमार
मनोज कुमार, जिनका असली नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी था, एक ऐसे अभिनेता थे जिनके पास न सिर्फ 6 फुट की लंबी हाइट थी, बल्कि गोरा-चिट्टा रंग और हीरो वाला चार्म भी था। उनकी खूबसूरती और व्यक्तित्व में कोई कमी नहीं थी, लेकिन जब उन्हें बॉलीवुड में पहला मौका मिला, तो वो लीड एक्टर बनने के बजाय 90 साल के भिखारी के किरदार में नजर आए। ये सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन मनोज कुमार ने इस किरदार को इतने शानदार तरीके से निभाया कि उनके परिवार और दोस्त तक उन्हें पहचान नहीं पाए।
पहली फिल्म ‘फैशन’ और मनोज का संघर्ष
बात 1956 की है, जब मनोज कुमार दिल्ली से मुंबई आए थे। उनके पास अभिनेता बनने का जुनून था और जल्द ही उन्हें अपनी पहली फिल्म ‘फैशन’ में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म का निर्देशन लेखराज भकरी ने किया था, जिसमें लीड रोल प्रदीप कुमार और माला सिन्हा ने निभाया था। मनोज कुमार को इसमें एक छोटी सी भूमिका मिली, जिसमें उन्हें 90 साल के भिखारी का किरदार निभाना था। ये उनकी डेब्यू फिल्म थी, लेकिन उन्हें इसमें क्रेडिट तक नहीं दिया गया। फिर भी, मनोज ने इस किरदार को पूरे दिल से जिया और अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
मनोज कुमार का इंटरव्यू: 19 साल की उम्र में 90 साल का किरदार
मिड-डे को दिए एक पुराने इंटरव्यू में मनोज कुमार ने इस अनुभव के बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा, “19 साल की उम्र में जब मैं 1956 में पहली बार बॉम्बे (मुंबई) आया था, मैंने ‘फैशन’ नाम की एक फिल्म में काम किया। इसमें मैंने 90 साल के भिखारी की भूमिका निभाई थी। इसके बाद फिल्मिस्तान ने मुझे 450 रुपये प्रति महीने की सैलरी पर रख लिया।” मनोज ने ये भी बताया कि इस किरदार को निभाने के बाद उनका मेकअप और अभिनय इतना जबरदस्त था कि उनके परिवार वाले और दोस्त तक उन्हें स्क्रीन पर देखकर पहचान नहीं पाए।
सफलता का पहला कदम
हालांकि ‘फैशन’ में मनोज कुमार को कोई खास पहचान नहीं मिली, लेकिन इस छोटे से किरदार ने उनके करियर की नींव रखी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और धीरे-धीरे बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई। मनोज कुमार ने साबित कर दिया कि अगर आपके पास टैलेंट और मेहनत करने का जज्बा है, तो कोई भी किरदार छोटा नहीं होता।
आप भी ले सकते हैं प्रेरणा
मनोज कुमार की ये कहानी हर उस शख्स के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है। फिल्मी दुनिया में कामयाबी पाने के लिए सिर्फ अच्छा लुक या किस्मत ही काफी नहीं, बल्कि मेहनत, धैर्य और हर मौके को अपनाने की हिम्मत भी चाहिए। तो अगर आप भी अपने करियर में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, तो मनोज कुमार की तरह हर छोटे कदम को मौके में बदलें और आगे बढ़ें।