Gautam Gambhir Faces Terror Threat: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर को हाल ही में एक ऐसी खबर ने सुर्खियों में ला दिया, जिसने न केवल खेल जगत, बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, गंभीर को आईएसआईएस कश्मीर (ISIS Kashmir) नामक एक संदिग्ध आतंकी संगठन से जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी 22 अप्रैल 2025 को दो ईमेल के जरिए दी गई, जिनमें स्पष्ट रूप से लिखा था, “I kill you”। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और साइबर अपराध जैसे मुद्दों को एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ला दिया है। इस लेख में हम बात करेंगे आतंकी धमकी (Terror Threat) और गौतम गंभीर की सुरक्षा (Gautam Gambhir Security) की पूरी कहानी की, जो आज हर किसी के मन में सवाल खड़े कर रही है।
गौतम गंभीर, जिन्हें उनकी निडरता और स्पष्टवक्ता के लिए जाना जाता है, पहले भी कई बार अपनी बेबाक राय की वजह से चर्चा में रहे हैं। चाहे वह क्रिकेट के मैदान पर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी हो या फिर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर उनकी साफगोई, गंभीर हमेशा से एक ऐसी शख्सियत रहे हैं, जो अपने विचारों से पीछे नहीं हटते। लेकिन इस बार मामला उनकी जान को खतरे से जुड़ा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई, पर गंभीर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने लिखा कि वे मृतकों के परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं और इस हमले के जिम्मेदार लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी। उनके इस बयान के कुछ ही समय बाद, उन्हें धमकी भरे ईमेल मिले, जिन्हें आईएसआईएस कश्मीर (ISIS Kashmir) ने भेजा था।
यह खबर सामने आते ही गंभीर ने बिना देरी किए दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। राजेंद्र नगर थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर ने बताया कि धमकी की जांच के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। इन ईमेल की उत्पत्ति और प्रामाणिकता को समझने के लिए तकनीकी विशेषज्ञ दिन-रात काम कर रहे हैं। साथ ही, गंभीर और उनके परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया कि इस मामले में दोषियों को जल्द से जल्द कानून के हवाले किया जाएगा।
गंभीर की यह धमकी न केवल एक व्यक्ति की सुरक्षा से जुड़ी है, बल्कि यह उस माहौल को भी दर्शाती है, जो पहलगाम हमले के बाद देश में बना हुआ है। यह हमला, जिसमें ज्यादातर पर्यटक मारे गए थे, पहले ही देश को झकझोर चुका है। गंभीर का इस हमले पर ट्वीट करना और फिर उन्हें धमकी मिलना, यह सवाल उठाता है कि क्या सार्वजनिक हस्तियों को अपनी राय रखने की आजादी पर भी खतरा मंडरा रहा है? गंभीर, जो न केवल एक क्रिकेटर, बल्कि पूर्व सांसद भी रह चुके हैं, हमेशा से सामाजिक मुद्दों पर मुखर रहे हैं। लेकिन इस बार उनकी एक टिप्पणी ने उन्हें सीधे आतंकी संगठन के निशाने पर ला दिया।
गंभीर की कोचिंग में भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। यह टूर्नामेंट, जिसका मेजबान पाकिस्तान था, लेकिन भारत ने अपने सारे मैच दुबई में खेले, गंभीर के नेतृत्व में भारतीय टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया और विजेता बनकर स्वदेश लौटी। इस जीत ने गंभीर को नई पीढ़ी के बीच और भी लोकप्रिय बना दिया। लेकिन इस धमकी ने उनके प्रशंसकों को चिंता में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर उनके समर्थक उनकी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की ओर से चल रही जांच में अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह धमकी कितनी गंभीर है या इसके पीछे का मकसद क्या है। लेकिन पुलिस ने यह जरूर कहा है कि वे किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतेंगे। साइबर सेल की टीमें उन आईपी पतों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही हैं, जिनसे ये ईमेल भेजे गए हैं। इसके अलावा, गंभीर के घर और उनके रोजमर्रा के आवागमन पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। यह कदम इसलिए भी जरूरी हैं, क्योंकि गंभीर एक ऐसी शख्सियत हैं, जो न केवल खेल, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी सक्रिय रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा और वीआईपी सुरक्षा जैसे मुद्दों को सामने ला दिया है। आज के डिजिटल युग में, जहां कोई भी व्यक्ति कुछ ही सेकंड में धमकी भेज सकता है, यह जरूरी हो जाता है कि हमारी सुरक्षा व्यवस्थाएं और साइबर निगरानी प्रणालियां मजबूत हों। गंभीर जैसे लोग, जो लाखों लोगों के लिए प्रेरणा हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल पुलिस, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि आतंकवाद का खतरा कितना वास्तविक है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
आतंकी धमकी (Terror Threat) का यह मामला अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन इसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। गंभीर, जो हमेशा से मुश्किल परिस्थितियों में डटकर सामना करने के लिए जाने जाते हैं, इस बार भी शांत और संयमित नजर आ रहे हैं। उनके प्रशंसक और समर्थक उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही इस मामले का समाधान होगा और उनकी गौतम गंभीर की सुरक्षा (Gautam Gambhir Security) को लेकर कोई चिंता नहीं रहेगी।