Brig NS Charag: एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद डॉक्टरों ने ब्रिगेडियर एनएस चराग को बताया था कि वो फिर कभी साइकिल नहीं चला पाएंगे. लेकिन ब्रिगेडियर ने डॉक्टरों की इस बात को गलत साबित कर दिखाया है. उन्होंने कन्याकुमारी से दिल्ली तक 3,600 किलोमीटर का सफर साइकिल से पूरा करके हर किसी को हैरान कर दिया और डॉक्टरों को सोचने पर मजबूर कर दिया है.
बता दें कि साल 2020 में झारखंड के रामगढ़ में पंजाब रेजिमेंट के कमांडेंट के रूप में कार्यरत चाराग (Brig NS Charag) हर सप्ताह 100 किलोमीटर साइकिल चलाते थे. उसी साल 1 अगस्त को रांची के बाहरी इलाके में वो 30 किलोमीटर की साइकिल की सवारी कर रहे थे, जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया.
क्समत से चाराग (Brig NS Charag) को सिर में चोट नहीं आई, लेकिन उनके दोनों पैर टूट गए और शरीर के बाकी हिस्सों में भी चोट आई थी. उन्हें लखनऊ के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें कई सर्जरी से गुजरना पड़ा था.
सर्जरी के बाद, डॉक्टरों ने चाराग को बताया कि अब वो शायद कभी साइकिल नहीं चला पाएंगे. लेकिन चाराग ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने कहा कि मैं अपने जुनून को फिर से शुरू करने के लिए पूरी तरह से ठीक होने की पूरी कोशिश करूंगा.
चाराग (Brig NS Charag) ने लगातार कड़ी मेहनत की और अपने पैरों को ठीक कर लिया और 2023 में, उन्होंने एनसीसी छात्राओं के एक दल का नेतृत्व किया, जो कन्याकुमारी से दिल्ली तक साइकिल से यात्रा कर रहे थे. यात्रा 33 दिनों तक चली और दल ने 18,000 मीटर की ऊंचाई तय की.
चाराग ने कहा कि ये यात्रा उनके लिए एक चुनौती थी, लेकिन ये एक अविस्मरणीय अनुभव भी था. उन्होंने कहा कि, “मुझे इस यात्रा के माध्यम से भारत के विभिन्न हिस्सों को देखने और लोगों से मिलने का अवसर मिला.”
चाराग (Brig NS Charag) की कहानी किसी के लिए एक प्रेरणा है. ये दिखाता है कि अगर आपके पास सपने हैं, तो आप उनका पीछा करने के लिए कड़ी मेहनत कर सकते हैं और अपने सपने को हल हाल में हासिल भी कर सकते हैं.